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योआब राजा का सेनापति जानता था की राजा का दिल अपने बेटे की ओर लगा है।
तो उसने धोखे से एक बुद्धिमान स्त्री से दाऊद को दो बेटों की कहानी सुननाने की योजना रची।
क्या इस कहानी के पीछे योआब का हाथ नहीं है इस कोशिश में की मेरे ओर मेरे बेटे अबशालोम के साथ की परिस्थिती बदल जाए।
निश्चय ही राजा के ध्यान से कुछ नहीं छिपता परमेश्वर ने तुझे बुद्धि दि है।
यह कहना और निश्चय ही राजा तुझ पर ध्यान देगा।
फिर उसका मन बदलेगा और वह अपने बेटे को वापस राज्य में लौटने देगा।
तो अबशालोम यरुशलेम लौट आया अपने भाई की हत्या करने के बाद भी। इस्राएल के लोगो उसकी खूबसूरती की खुब तारीफ करते थे।
ठीक है। योआब को बुलाओ।
तू मेरे बेटे अबशालोम को बुलवा लो पर वह अपने घर पर ही रहेगा।
अब मैंने तेरी नजर मे कृपा पाई है, क्योंकि तूने मेरी इच्छा पूरी की।
हाँ परन्तु वह मेरा चेहरा ना देखने पाए।
शमूएल
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