Page 21 - Sanidhya 2025
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काावाा नि�रंतरं प्रगनितमाा�
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सीी0आर0पीी0एफ0 पीरिरवंार कल्यााण सीस्थाा वंर्ष 1995 सी हीी बल क शहीीदोंंं, दिदोंवंगत, सीवंादि�वंत्त एवं कायरत जवंा�ंं क
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पीरिरवंारंं क सीवंागीण दिवंकासी, स्वाास्थ्, कौशल दिवंकासी, दिशक्षाा करिरयर पीरामश जसी कल्यााणकारी क्षात्रोंं म उल्लेख�ीय
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यंगदोंा� दोंती आ रहीी ही। इसी सीस्थाा क 78 सीहीयंगी क्षात्रोीय कावंा कन्द् पीर भाारत म कायरत ही, दिज�की मदोंदों सी कावंा
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की दिवंदिभान्न कल्यााणकारी यंज�ाओंं क तहीत सीी0आर0पीी0एफ0 क पीरिरवंारंं कं लाभाादिवंत दिकया जा रहीा ही।
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सीी0आर0पीी0एफ0 पीरिरवंार कल्यााण सीस्थाा (कावंा) का मख्याालय दिदोंल्लेी म एवं भाारत क हीर कं� क क0रिर0पी0बल
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पीरिरसीर म स्थिस्थात दिवंदिभान्न सीस्थाा�ंं क माध्येम सी अध्येक्षाा कावंा क मागदोंश� म सीदि�य काय कर रहीी ही। दिवंगत वंर्ष कावंा
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अध्येक्षाा क �तत्व म सीी0आर0पीी0एफ0 पीरिरवंार कल्यााण सीस्थाा द्वाारा दिवंदिभान्न कल्यााणकारी काय दिकए गय ही। दिज�का
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सीदिक्षाप्त दिवंवंरण प्रस्तुत ही।
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