Page 93 - Sanidhya_2024
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निमट्ी
य� हिमट्टी हिकातनाी �सीना,
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य� हिमट्टी काी बात � बहुत हिनारााली|
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पुौसिंणीमा याशावती �ान�ाव
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य� हिमट्टी खहिशुयों स भरा देती � सबकाी �ोली, पत्नीी हिसपा�ी/जीीडोी – जीानाराावा यशुवात सभार्ष
100 बटेा0, द्रीुत कााय बल
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य� हिमट्टी मरा ‘गावा’ काी|
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य� हिमट्टी मरा वातना काी|
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य� हिमट्टी �म शुाहित काा सन्दशु देती,
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घरा, सकाना, इज्जत, राौनाका, इसाहिनायत स जीीनाा हिसखाती,
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गम �ो या ख़ुशुी एका देजी का साथ खड़ा �ोनाा हिसखाती,
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य� हिमट्टी मरा ‘गावा’ काी| य� हिमट्टी मरा वातना काी|
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य� हिमट्टी �म सब स जीड़नाा हिसखाती,
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सा�स, शुौय, सघर्ष, इस हिमट्टी स �म हिमलती,
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प्रराणा, आत्महिवाश्वाास बढ़ाती �| ै
ठाोकारा लगना परा �म जीीवाना म खड़ा �ो �लनाा हिसखाती �| ै
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त्याग औरा बहिलदेाना, ज्ञााना औरा अज्ञााना का बीजी रुजीाना हिसखाती �||
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य� हिमट्टी �म अ�काारा स राोशुनाी काी राा� हिदेखाती �| ै
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य� हिमट्टी �ालात स लड़नाा हिसखाती �| ै
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हिबखड़ हुए जीड़ों काो एका साथ समाती �| ै
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म� नााजी � “भारात मा” काी हिमट्टी परा, इस पावाना हिमट्टी परा,
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इस पावाना हिमट्टी परा �म सदेवा अपनाी न्यौछूावारा कारा देग| े
य� हिमट्टी � मरा वातना काी, हिजीसना अपना वाीराों काो छूाती लगाकारा गोदे
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हिलया �| ै
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य� हिमट्टी मरा ‘गावा’ काी, य� हिमट्टी मरा वातना काी|
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