Page 104 - Sanidhya 2024
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              सवााडइकेला केसरा से बचाावा के शिलाए- तिनःशुल्के टीकेाकेराण अशिभुयाान
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              भाा�त मु मुकिहैलाओंं मु हैं� वााली संबसं आमु बीमुा�ी संवााइ�ल �सं�
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                                                              ं
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              है। याहै आमुतौ� प� एच0पी0वाी0 वााया�सं � �ा�ण हैंता है।
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              एसं0पी0वाी0 �ी�ा लगा� सं इसं �ं�ा जाा सं�ता है। 15 वा� त� �ी
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              बखिच्चोयांं �ा �ी�ा��ण ��ा� सं भाकिवाष्य मु मुकिहैलाओंं �ं संवााइ�ल
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              �सं� जासंी बीमुा�ी � संभााकिवात खुत� सं बचायाा जाा सं�ता है। इसंी
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              क्रमु मु �ावाा द्वाा�ा प्रर्थमु च�ण मु बल � शीहैी� �ाकिमु�ंं �ी
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              बाकिल�ाओंं �ा �ी�ा��ण अकिभायाा� चलायाा गयाा। इसं� अन्तुगत बल
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              � शीहैी� �ाकिमुयांं �ी 9 सं 15 वा� �ी आया �ी 64 बाकिल�ाओंं �
                                                              े
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              अकिभाभाावा�ंं सं उ��ी संहैमुकित प्राप्त ��� � प�ात �जा�ी�ी क्ष�ीया
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              �ावाा �न्द् � मुाध्यमु सं �ी�ा��ण ��वाायाा गयाा।
                                                                                         “स्वास्र्थ नाराी,
                                                                                        सशक्त समााज”
                                    ऐति�हीातिसके एवा शक्षाशिणके संस्र्थानं केा भ्रमाण
                                                         ं
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                       �ावाा �ी Wellness Education Eco-System यांजा�ा � प�ा 4(ii) मु संशींधै� � फलस्वारूप संभाी क्ष�ीया �ावाा
                                                                           ं
                                                                   ै
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                        �न्द्ंं मु कि�वाासं�त �ावाा सं�स्योंं तर्था बच्चोंं �ं वा� मु ए� बा� �जा�ी�ी ऐकितहैाकिसं� एवा शीक्षकिण� संस्थाा�ंं �
                                                                                         ं
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                       भ्रमुण हैत यांजा�ा सं धै��ाशीी स्वाी�त कि�या जाा� �ा प्रावाधैा� कि�याा गयाा है। इसं प्रावाधैा� � तहैत उ� यांजा�ा सं  े
                                                          े
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                         49 क्ष�ीया �ावाा �न्द्ंं �ं परि�सं� मु कि�वाासं�त �ावाा सं�स्योंं तर्था बच्चोंं �ं भ्रमुण ��वाा� हैत �ल रूपया  े
                                                                                                ु
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                                                13,85,000/- �ी धै��ाकिशी जाा�ी �ी गई है।
                                   “  Travelling to historical places is not just a journey
                                        cultures, and wisdom that shaped our world.
                                        through time, but a connection to the stories, “
                                                               104
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