Page 108 - Sanidhya_2024
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केावाा के अ�गड� केरााया जेाने वाालाे केायाडक्रमां
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केी आवाश्याके�ा क्यां?
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हिजीस तरा� स एका मजीबत आहिथका न्धिस्थाहित हिकासी भी परिरावाारा, सस्थाा एवा देशु काो मजीबत बनााती �, ठाीका उसी तरा�
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स परिरावाारा का सदेस्यों (खासकारा पहित-पत्नीी) काी मानाहिसका न्धिस्थाहित हिकासी भी परिरावाारा म सतलना बनााय राखना म राीड़ काी �ड्डीी काी
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तरा� कााम काराती �, इसहिलए मानाहिसका न्धिस्थाहित काो पारिरावाारिराका सतलना काी �राी भी का� सकात �। एका सतहिलत परिरावाारा सदेवा
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सख- शुाहित औरा समन्धि� का राास्त �लता � तथा बच्चो भी अपना कारिरायरा म भरापरा सफेलता प्राप्त कारा सकात �। ं
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कान्द्ीय रिराजीवा पहिलस बल काा एका जीवााना देशु काा जीवााना, �ोना का साथ-साथ, एका प�, पहित, हिपता तथा �रा एका
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सामाहिजीका रिराश्तों का साथ, का�ना काो तो जीड़ा रा�ता � मगरा स�ी मायना म भारात का हिवाहिभन्नो वाामपथी, उग्रुवाादे प्रभाहिवात रााज्यों सिंसोपुाही/�ी0 डोी0 (मसिंहला)
बाबाीना बारुआ
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वा सवादेनाशुील क्षा�ों जीस- जीम्मा- काश्मीीरा , छूत्तीसगढ़, पवाोत्तरा आहिदे क्षा�ों म तनााती का देौरााना ना �ा�त हुए भी इना सभी रिराश्तों
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स उस मनाोसामाहिजीका देरिराया बनाानाी पड़ती �। अब देसरा प�लओंं काो देख तो ज्यादेातरा इना परिरावााराों म महि�लाए कााहिबहिलयत रा�ना का बावाजीदे भी
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अपना बच्चोों औरा माता-हिपता काी हिजीम्मादेारिरायों काा हिनावा�ना काराना का कााराण, ना �ा�त हुए भी गरा पशुवारा रा� जीाती �। उना महि�लाओंं का हिलए उपलन्धिब्ध
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काी भावानाा पदेा कारानाा औरा उनाम प्रब�काीय काौशुल हिवाकाहिसत काराना का उपरा कााम काराना का हिलए “साथका स�योग सवादेा” नाामका आदेशु वााक्यो
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का साथ 22 जीना, 1995 काो “काावाा” एका गरा लाभकााराी सस्थाा/एना0जीी0ओं0 का रूप म उभराकारा आया। 29 वार्षीय अनाभवा का साथ य� सस्थाा कान्द्ीय
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रिराजीवा पहिलस बल का �जीाराों परिरावााराों काी महि�लाओंं औरा बच्चोों काो एका स्वीस्था मनाोसामाहिजीका वाातावाराण देना म ब�दे सफेल रा�ी �। काावाा अपनाी
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वााहिर्षका गहितहिवाहि�यों का त�त खदे स वा सामान्य उद्दीश्य वााल अन्य सगठानाों औरा भारात सराकाारा का हिवाहिभन्नो म�ालयों जीस मानावा ससा�ना हिवाकाास
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म�ालय आहिदे का हिवाभागों का साथ स�योग स कााम कारा रा�ी � तथा हिवात्तीय स�ायता भी प्राप्त काराती � ताहिका बल म सवाारात वा सवााहिनावात्त कााहिमकाों
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औरा उनाका परिरावााराों का हिलए शुक्षाहिणका/व्यावासाहियका काौशुल का हिवाकाास, प्रहिशुक्षाणों काी सहिवा�ा का हिलए औरा ज्यादेा कााम कारा सका। इसका अलावाा
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काावाा, वाीरा नाारिरायों, शुाराीरिराका औरा मानाहिसका रूप स हिदेव्याग बच्चोों का हिलए भी हिवाहिभन्नो काल्यााणकााराी योजीनााओंं काो अजीाम देती �। ै
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म इस लख का माध्यम स काावाा का अतगत आना वााल �रा एका परिरावाारा काी सभी महि�लाओंं औरा बच्चो स इसकाी �रा गहितहिवाहि�यों म शुाहिमल
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�ोकारा अपना पारिरावाारिराका हिवाकाास काो बढ़ावाा देना काा आग्रु� काराती हूँ।
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