Page 72 - INSPERIA-School Magazine TIGPSKON 2021.indd
P. 72

सोशल मीिडया का चक्रव्यूह


        सो       शल मीिडया एक अपरपरागत मीिडया है, जो बाकी        म  बदलाव,  साइबर  अपराध,  बच्च   क  पर्ित  लगातार  बढ़ता
                                                                                                 े
                                   ं

                                                       ं
                                                                 दबाब और एक पर्भावशाली पर्ोफाइल यवा  को बड़े पमाने
                                                                                                                 ै
                 सार मीिडया से अलग है। सोशल मीिडया इटरनेट
                    े
                                                                                                   ु
                 क  माध्यम  से  एक  वचअल  वल्डर्  बनाता  है  िजसे   पर पर्भािवत कर रही है।
                                     ु
                                     र्
                  े
        उपयोग करने वाला  िक्त सोशल मीिडया क िकसी प्लटफॉमर्
                                                      े
                                              े
                                                                                                                   े
        (फशबक,  िट्वटर,इस्टागर्ाम)  आिद  का  उपयोग    कर  अपनी   26  जनवरी  2020  को  रीिलज  हुई  93  िमनट  लंबी  जफ
                         ं
          े
              ु
                                                                          े

        पहुँच बना सकता है।                                       ऑलोस्कीक िनद शन म  बनी डॉक्यूमटर्ी िफल्म द सोशल िडलेमा
                                                                               े
                                                                                    र्
                                                                                                े
                                                                                                    े
                                                                 सोशल मीिडया क डाक साइड को पूर खुलपन से सामने रखती
                                                                                                       ं
                                                                                                               ं
        वतर्मान समय म  सोशल मीिडया िजंदगी का एक अहम िहस्सा       है। यह िफल्म तकनीक की लत, सामािजक इजीिनयिरग और
             ु
                      े
                                                                          ं

                                                                                                र्
                                                                       ं
                                े
                                          ै
                                                      ँ
        बन चका है इसक बहुत सार फीचर ह  जसे िक सूचनाए पर्दान      सिवर्लास पूजीवाद पर किदर्त है। दजन भर से ज्यादा लोग जो
                                                                                        े
                                                                                            े
                   ं
                                                     ु
                                                                                                े
        करना, मनोरजन करना और िशिक्षत करना आिद मख्य रूप           सोशल मीिडया को बनाने क पीछ ह  व बताते ह  िक कसे सोशल
                                                                                                            ै
                                                   र्
                                                                          े
        से शािमल है । सोशल मीिडया एक िवशाल नेटवक है जो िक        मीिडया प्लटफॉमर्, िजस उ श्य से बनाया गया था अपना मतलब
                                                                                       े
                                       ं
        सार संसार को जोड़े रखता है, यह सचार का एक बहुत अच्छा      ही बदल चक ह । हमम  से ज्यादातर लोग  के िलए इंटरनेट,
                                                                            े
                                                                           ु
            े
                                                                                                     ू
        माध्यम है।                                                                                  गगल,इमल      और
                                                                                                            े
                                                                                                    सोशल मीिडया तक
        िजस पर्कार एक ही                                                                            ही सीिमत है। दूसर  े
               े
        िसक्क क  दो  पहल  ू                                                                         शब्द  म  इस िफल्म
            े
        होते ह   अथात                                                                               क संदेश  को  सही
                       र्
                                                                                                     े
        िकसी  भी  चीज  क                                                                            तरीक से  समझने
                        े
                                                                                                        े
        नकारात्मक    एवं                                                                            और      आत्मसात
        सकारात्मक  दोन                                                                              करने क  िलए  हम
                                                                                                          े
                ू
        ही  पहल  होते ह                                                                             ही  खुद  क  िलए
                                                                                                              े
        ठीक  उसी  पर्कार                                                                            यह     िजम्मदारी
                                                                                                                े
        सोशल  मीिडया  क                                                                             लनी  होगी  िक  हम
                        े
                                                                                                     े
                        े
        भी  कई  पर्कार  क                                                                           उपभोक्ता  बने  या
        सकारात्मक  और                                                                               उपभोग की वस्तु।
        नकारात्मक  पर्भाव
        ह । सोशल मीिडया                                                                             हम  सब  जानते ह
        का  पर्योग  अच्छ  े                                                                         िक  “Science is a
        काय   क  िलए  तो                                                                            good slave but
               े
        िकया ही जाता है,                                                                            a bad master”  ।
                                                       े
                      े
                  े
                                                                  ँ
                                                                  ू
        लिकन धीर-धीर इसका पर्योग गलत काय  को करने क िलए          चिक सोशल मीिडया भी िवज्ञान का ही एक िहस्सा है इसिलए
          े
                                                                                                   े
        ज्यादा िकया जा रहा है।                                   इसका उपयोग भी हम  अपने िवकास क सहायक क रूप म
                                                                                                             े
                                                                                                    े

                                                                                           े
                                                                                              ु
                                                                 ही करना चािहए ना िक इसक गलाम क रूप म। हम ई र
        सोशल मीिडया  ारा फलायी गई सूचनाए समाज म सबसे             पर्द  अपन िववक-बि  का सहारा लेकर जो हमार मानिसक
                             ै
                                             ँ

                                                                                                            े
                                                                              े
                                                                          े
                                                                                  ु
        ज्यादा  पर्भाव  डालती  है।  लोग  सूचना   तथा  खबर   की   स्वास्थ्य क िलए उपयोगी है उसे अपनाकर बाकी चीज  से
                                                                          े
        सत्यता पर ध्यान िदए बगैर फॉरवडर्, लाइक इत्यािद करत  े    पीछा छड़ा सक, तभी इसक चकर् ह से बच सकत ह । हम
                                                                                                ू
                                                                                         े
                                                                                                             े
                                                                        ु


        रहते ह , जो जगल म लगी आग की तरह फल जाती है, िजसक         अजन की तरह इस चकर् ह क तोड़ को समझना होगा अन्यथा
                    ं
                                            ै
                                                           े
                                                                                          े
                                                                                      ू
                                                                    र्
                                                                    ु
                                              ु
        गभीर और भयकर पिरणाम हम िपछली कछ घटना  की                 असहाय अिभमन्यू की भाँित इस चकर् ह क जाल म उलझकर
                      ं

          ं

                                                                                                  ू
                                                                                                     े

        पिरणित क रूप म देखने को िमलते ह ।                        अपना अंितम समय देखना पड़ेगा।
                 े
        िव  आिथक मच की एक िरपोट क अनुसार सोशल मीिडया
                                      े
                  र्
                     ं
                                    र्
        क जिरए झठी सूचना का पर्सार उभरते जोिखम  म  से एक है।
         े
                  ू
        यकीनन यह िकसी भी देश की पर्गित की राह म  रूकावट है।                                             सहाना मुखज
        कई भौितकवािदय  का मानना है िक सोशल मीिडया लोग
                              े
        म अवसाद और िचता क पर्सार का एक सबसे बड़ा कारण                                                        कक्षा -12
                         ं

        है।  सोशल  मीिडया  क  अत्यिधक  पर्योग  से  सोने  की  आदत
                           े
    72                                                                                  T Te T echno India Group Public School
                                                                                                                 h
    772
                                                                                                                 h
                                                                                                              c
                                                                                                              c
                                                                                                                 ho
                                                                                                               Sc
                                                                                                                c
                                                                                                                 ho
                                                                                                               Sc
     2
                                                                                                                   ol
                                                                                                               Sc
                                                                                                                   ol
                                                                                                 ia
                                                                                               nd
                                                                                                   G
                                                                                                  a
                                                                                        Techno India Group Public School
                                                                                          chno
                                                                                               n
                                                                                               I
                                                                                                   G
                                                                                                            li
                                                                                                          ub
                                                                                                              c
                                                                                                             i
                                                                                                     r
                                                                                                     ro
                                                                                                          P
                                                                                                       up
   67   68   69   70   71   72   73   74   75   76   77