Page 83 - Udaan 2019-2021
P. 83
Aastha Jaiswal, Class 5 लॉकडाउन
शाश्वत संह, ३
एक बार एक नटखट लड़का था| शहर म लॉकडाउन हो गया था| कोई बहत बड़ी
ें
ु
महामारी पूर वश्व म फल गई थी। अब वह अपन मत्रों रूशान, सानवी और
े
ै
ें
े
अ द त क साथ नहीं खल सकता था। चारों मत्रों क साथ तीन उनक क बच्चे भी
े
े
े
े
े
खलते थ। चारों मत्रों न उनक नाम मुक्क ,डग्गू और वक्क रख थ। खलते समय
े
े
े
े
ू
ु
े
ू
े
े
े
वह उनक लए कछ खान को लकर जाते थ।
े
ु
े
े
लॉकडाउन म अब घर म ही रहना पड़ता था। हर रोज आपस म व्हाट्सएप पर
ें
ें
ें
वी डयो चैट करते थ। एक दन उस लड़क न अपन बरामद स दखा क उसक
े
े
े
े
े
े
े
े
दो त मुक्क, डग्गू और वक्क भूख ही नीचे घूम रह ह। उनकी ऐसी हालत
ू
े
े
ु
ू
ैं
ु
े
े
े
दखकर उस बच्चे न कछ करन का सोचा।
शाम म जब वह बच्चे अपन दो तों स बात कर रह थ तब उसन उनको मुक्क,
े
े
ू
े
े
ें
े
डग्गू और वक्क क भूख होन की बात बताई बच्चे न अपन दो तों को कहा–“क्यों
े
े
ू
े
े
े
ु
ना हम अपन बरामद स उनको ब्रड बि कट और खान क कछ सामान फक”।
े
े
े
े
ु
े
े
ें
े
सभी मत्रों न यह सुझाव मान लया और अगल दन स वह सब ब्रड और
े
े
े
े
बि कट नीचे फकन लग। एक दन उनक माता- पता न ऐसा करते दख लया
े
े
े
े
े
ें
और कारण जानकर उन्ह समझाया क ऐस गंदगी फलाना ठीक नहीं ह। ऐसा
ै
े
ै
ें
कहकर उनक माता- पता न उन पल्लो क लए खान का प्रबंध नीचे ही करवा
े
े
े
े
दया यह दखकर सार बच्चे बहत खुश हए क्यों क अब उनक मत्रों को रोज
ु
ु
े
े
े
पटभर खाना मलता था अब बच्चे बसब्री स लॉकडाउन क खत्म होन का इतजार
े
ं
े
े
े
े
करन लग।
े
े
Background illustration by Anvi Raj, Class 5