Page 59 - ECLAT 2023-2024
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                                                                                                                                                                                             ं

                                                        को आतररा ीय म हला बष क  प म मनाया गया। इसी साल क आठ माच को सयु  रा  म

                                                                                                                                        ं


                                                                                                      ु
                                                   म हला  दवस क  प म मनाना श   कया।      म सयु  रा  महासभा म एक   ताव पा रक करक

                                                                                                                              ं
                                                                                                           ं
                                                                                                                                                  ं

                                                     माच को म हला अ धकार  और आतररा ीय शा त क  लए सयु  रा   दवस क  घोषणा क  गई

                                                              े
                                                                              े
                                                                                             े
                                                                      े
                                                                                                                                                    े
                                                                                                                                   ै
            म हला  क  भागीदार  सभी     म उ लखनीय म खास  प स बढ़ रही ह। अपने    उपलि धया हा सल करने वाली कछ
                                                                                                                                                                                                           ु
                                                                                                                  े
                                                                                                                                                                                         े

            म हला  का उदाहरण दकर हम म हला  क  उ नती को दश त ह। स पत पाल दवी म हला  पर हो रह अ याचार क
                                                                                                                         ै

                                                                                                     ु
                                                                                                                                                                                                             ू

                                                                             ु
                                                                                                                                                                                             ु

            िखलाफ      म जब स पत पाल दवी गलाबी गग क  श वात क  थी तब उ होने नही सोचा था क  उनक  इस म हम को पर

                                                                                                                                            े
                                                          े
            भारत म एक नई पहचान  मलगी इस गग म आज म हलाए शा मल ह। बीस हजार स  यादा
                                                                                                                    ै




                                                           े

                                                                                                                                     े
            आइपीएस अ धकार   करण बद  भारत क  पहली म हला अ धकार   करण बद  आज सामा जक काय कता क तौर पर जानी
                                                   ै
            जाती ह। लौर पर  कया ह। प लस अ धकार  क उ ह ने कई पद  को सशो भत

                                                         ु
                                                                                                                       ु
                        ै
                         े




            य ताजस वका मदर टर सा क  लए गर ब  और असहाय लोग  क  मदद अपना जीवन  योछावर कर दने वाली मदर टर सा को
             कसी पहचान क  ज रत नह  ह।  मशन ऑफ चर ट  क ज रए उ होने भारत म लाखो लोग  को मदद क  ह। भारत को अपना

                                                                                                                                       े
                                                                                         े
                                                               ै
                                                                                                                                                                                  ै
            घर बनाने वाली मदर क सामने  सर झकाती ह। आज पर    नया
                                                                                  ै

                                                                      ु
                                                                                                ू
                                                                                 ं
                                                              ं
                       ं
                                     ु
                                                                                                                                                                                              ू
            लता मगशकर सरस ा ी लता मगशकर ने सगीत क    नया म अपनी ऐसी पहचान बनाई ह  जस आज तक कोई छ नह  पाया
                                                                                                                                                                  े
                                                                 े

                         े
                                                                                                                                                         ै
              ै

            ह। दसी थॉमस

                                                                                                                                             ै

                                                ै
            टसी थॉमस वो नाम ह  जसने आज भारत क  मसाइल  ो ाम को सभाल रखा ह। वह भारतीय  मसाइल  ो ाम क  पहली
                                                                                                                         ं

                                                                                                                                                            े
                                                                      ै
                                    ै
                                                                                                          ं

            म हला  मख ह। करल म      म पदा  ई थॉमस अि न पाच क  डायर  टर भी ह।      म अि न पाच क सफल पर  ण क

                             ु
                                                                                                                                            ै
                                                                                                                                                                           ं

                                          े
                                                       ु
            बाद मी डया ने उ ह अि मप ी का नाम  दया।
                                                                                                                  े
                                                                                                                                                                           ै
                                                                                                                                                        े

                                                                                                                                                     ै
            चदा कोचर राज थान क  रहने वाली चदा कोचर ने ब कग    म आईसीआईसीआई जस बक बक ह का योगदान दकर एक


               ं
                                                                          ं


                                                                                                            े
                                                                                                                                                       ै

            इ तहास रचा ह। चदा कोचर को सव     रटल ब कग अवाई स स मा नत  कया जा चका ह।

                                                                                                                                               ु

                                                                                                           े
                                   ै
                                         ं
                                                                      े
                                                                                                                                               ु
                       ं
                                                    ं
                                                                                                                                                                                                             ै
                                                                                                                                                        ं
                                                              ै


                                                                                                                                    े

            सधा च न  जदगी एक सघष ह और हारने का  वक प नह  ह । कला क    म सधा च न का योगदान का बल तार फ ह।
               ु

                                                                                                              ै
                                                                                                                                                                                             े
            भारतना म को एक अलग आवाम पर ल जाने म सधा का ब त बड़ा हाथ ह। इ दरा गाधी
                                                                                                                                ै
                                                                            े
                                                                                                                                                 ं
                                                                                                                                      ं

                                                                                            ु
                                                               ं
                                ु
            श   और म   क   तीक थी इ दरा गाधी।      स      लक लगातार   पार  क  लए भारत गणरा य क   धानम ी रही
                                                                                                                                                                                                    ं
                                                                                                े

                                                                           ं
                                                        े
                                                                           े
                                                                                                                                                                       ं

                                                                                               े
            और उसक बाद चौथी पार  म      स लकर      म उनक  राजनै तक ह या तक भारत क   धानम ी रही। वे भारत क   थम
                                                                       े
                                                                                                                                                                                               ु

                                                                                                           ं
            और अब एक एकमा  म हला  धानम ी रही। दश म ह रत  ा त का सपना दखने वाली इ दरा गाधी ने दश को एक जट रखने क

                                                                      ं

                                                                                            े
                                                                                                                                                     ं
                                                                                                                                                                ं
                                                                                                        े
                                                 े

                                                                                                  े
                                                                                                                                            ै
                                                                                                                                        े
            काफ   यास  कए। उ ह आज भी लोग राज नतीक क    म अपना आदश मानत ह।

                                                                                                                                                                         ु
                                                                                                                                                                     म कान  तवार
                                                                                                                                                                      IT (B.Tech)
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