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प्रभु पूछता है   क्या उन
       अपने    साल के निर्वासन के दौरान           वर्षों के निर्वासन और उपवास
         यहूदियों ने दो उपवास रखे थे।
                                               के दौरान तुम अपने पाप को छोड़ने
           वे भविष्यवक्ता से पूछताछ करते रहे     और मेरे पास लौटने के लिए
            कि क्या उन्हें जारी रखना चाहिए।           गंभीर थे
       उसने उन्हें परमेश्वर                              जब यरूशलेम समृद्ध
        का जबाव दिया                                    था तो भविष्यद्वक्ताओं
                                                       ने चेतावनी दी थी कि यह
                                                       दृष्टिकोण बर्बादी की ओर
                                                         ले जाएगा   और यह
                                                        निश्चित रूप से होगा।

















                                                                            ईमानदार और निष्पक्ष
                                                                           रहो। घूस न लो। सभी के
                                                                          प्रति दयालु और नम्र बनो।
                                                                          विधवाओं और अनाथों  विदेशी
                                                                        और गरीब लोगों पर अत्याचार करना
                                                                           बंद करो। एक दूसरे के विरुद्ध
                                                                          बुरी साजिशें करना बंद करो।













                                                                तुम्हारे पूर्वजों ने इस
                                                               संदेश को सुनना ना चाहा।
                                                             वे हठपूर्वक पीछे हट गए और
                                                              प्रभु की बात न सुनने के लिए
                                                             अपनी उंगलियों को अपने कानों
                                                                 में डाल लिया।
                                                              यही कारण है
                                                           कि इस तरह का बड़ा
                                                              क्रोध उन पर
                                                              आ पड़ा।




















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                                                 जकर्याह
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