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तुम लोगों ने मूर्तिपूजा करनेवाली स्त्रियों से
        शादी करके परमेश्वर के पवित्र मंदिर को
            अपवित्र कर दिया है।







                                                             तुम वेदी को आंसुओं से भिगा देते हो क्योंकि परमेश्वर
                                                                तुम्हारे बलिदानों पर ध्यान नहीं देता है।
                                                                       तुम चिल्लाते हो
                                                                        परमेश्वर ने हमें
                                                                      क्यों छोड़ दिया
                                                                  मैं तुम्हें बताऊँगा क्यों।















                                                      तुम दोनों उसकी दृष्टि में एक ही देह बन गए हो
                                                           और वह क्या चाहता है
                                                            तुम्हारे मिलन से धार्मिक संतानें हों।

                                                     अपनी जवानी की पत्नी के साथ इमानदार रहो
                                                       क्योंकि प्रभु तलाक से घृणा करता है।


                 प्रभु अपनी प्रतिज्ञा से हर उस व्यक्ति को
                  निकाल देगा जिसने यह काम किया है

                प्रभु परमेश्वर ने तुम्हारे द्वारा विश्वासयोग्य पत्नियों
                 को तलाक देने में तुम्हारे विश्वासघात को देखा है   जिन
               साथियों को तुमने देखभाल करने और रखने का वादा किया था।













                                     तुमने अपनी बातों से
                                    प्रभु को उकता दिया है।

                                        तुम पूछते हो।
                                         हमने उसे कैसे
                                        उकता दिया है
                                                       यह कहकर कि बुराई
                                                       अच्छी है  यह प्रभु
                                                       को प्रसन्न करती है

                                                        या यह कहकर
                                                        परमेश्वर ने हमें
                                                      दण्ड नहीं दिया है   वह
                                                      चिंता नहीं करता है।
     20 20                                   मलाकी
                                             मलाकी
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