परायों से। हाँ तो पुत्र बच गए। परन्तु हम उन्हें ठोकर न खिलाएं इसलिए जाओ झील में एक मछली का कांटा ले जाओ। और काँटा डालो। और जो पहली मछली जिसे आप पकड़ते हैं उसका अपने कर का मुंह खोलो भुगतान करो यह लीजिये और मेरा भी। महोदय एक सिक्का 2 2 मत्ती मत्ती