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प्रभु म� सदा आन��त रहो;
म� िफर से यह कहता �ँ,
िक आन��त रहो!
ु
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सभी को त�ारा िन:�ाथ �भाव
िदखाई दे और जो कु छ भी तुम करत े
हो उस पर िवचार करो।
ं
िकसी बात की िचता मत करो;
े
इसक बजाय, सब बातों के िलए
प्राथना करो।
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इस पत्र को समा� करत �ए, म� एक
और बात कहना चाहता �ँ िक – स�
और भला और उिचत �ा है इस पर
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अपन िवचारों को के ��त करो।
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उन सब बातों के िवषय म� िवचार करो िजनक
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कारण तुम परम�र की �ुित कर सकत हो
े
और िजसक िवषय म� आन��त हो सकत ह�।
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म� िकतना आभारी �ँ और प्रभु की �ुित
े
करता �ँ िक तुम िफर से मरी मदद कर
रहे हो।
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म�न हर प�र�स्थित म� संतु� रहन का रह�
सीखा है ... �ोंिक म� मसीह की सहायता से
े
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वह सब कु छ कर सकता �ँ जो परम�र मर े
�ारा करना चाहता है।
ु
मसीह यीश म� सभी पिवत्र लोगों को नम�ार -
े
ँ
यहा के सभी पिवत्र लोग नम�ार कहत ह� -
े
े
िवशषकर उ�� जो कै सर के घरान म� काम करत े
ह�।
4 4 िफिल��यों 4
िफिल��यों 4