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दास जिन्होंने नाबाल के उत्तर सुने अपने जब हम जंगल में थे
स्वामी की पत्नी के पास चले गए। उसके लोगों ने कभी भी
हमारे साथ दुर्व्यवहार
हे स्वामिनी अबीगैल नहीं किया।
तू और हम सब प्राणघातक
खतरे में हैं सच में वे हमारे
चारों ओर एक दीवार
के समान थे और हमने
कभी भी कोई भेड़
नहीं खोई।
नाबाल एक
ऐसा घमण्डी
मनुष्य है कि कोई
दाऊद ने हमारे भी उससे बात
स्वामी नाबाल के नहीं कर सकता।
पास संदेशवाहकों को
भेजा परन्तु उसने उनका जो तू कर सकती है कर
अपमान किया। नहीं तो इस समस्त घराने के ऊपर
हानि निश्चय है।
जल्दी करो मुझे पाँच
भेड़ों का मांस दे दो और मैं
अन्य सेवकों को ले लूँगी जो
रोटी अनाज किशमिश और
अंजीरों की टिकियाँ इकट्ठा
कर लेंगे।
शायद हम दाऊद के क्रोध को
शान्त कर सकें इससे पहले
कि बहुत देर हो जाए।
परमेश्वर मेरे साथ कठिन बर्ताव करे
यदि मैं नाबाल के घराने के एक भी
पुरुष को जिन्दा छोड़ दूँ।
इस घटना का आरोप
केवल मेरे ऊपर हो नाबाल पर
ध्यान न दे वह तो
अपने नाम के जैसा
ही है मूर्ख। कृपया अपनी दासी के अपराध
को क्षमा कर और इन भेंटों को ग्रहण कर।
जब परमेश्वर ने तेरे लिए हर अच्छा काम
किया है जो उसने वादा किया था तो इसे
अपने मन में न रख अनावश्यक
खून बहाने का बोझ।
2 2 शमूएल