Page 15 - HINDI_SB55_Acts3
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े
                                                परम�र की कृ पा से,
                                                           ू
                                                       े
          अपनी लंबी यात्रा के                    अब हमार पास पर  े
                ु
           बाद, पौलस और                         एिशया म� अ�जाित
         बरनबास नए िववाद के                       भाई-बहन ह�।
                    े
         िलए समय से पहल ही
         य�शलम लौट आए।
              े
                                                   े
                                                 परम�र के  ब�ों को
                                                   े
                                                परम�र के  िनयमों का
                                                पालन करना चािहए!



                                                                                े
                                                                              परम�र की
                                                                               आ�ा के
                                                                               ु
                                                                             अनसार उनका
                                                                              खतना होना
                                                                               चािहए!


                                                           े
                                                याद करो िक परम�र न  े
                                                          े
                                                       ु
                                                            ु
                                               अ�ाजाितय करनिलयस के
                                               िवषय �ा दश�न िदया था?
                                                    े
                                                       े
                                                          े
                                                 परम�र न हमार बीच
                                                    े
                                                मतभदों को हटा िदया।
                                                 हमारी �ा िह�त िक
                                                   ू
                                                हम दसरों को वह िनयम
                                                           े
                                                 का पालन करान का
                                                       �
                                                दबाव डाल िजसको हम
                                                             े
                                                �यं पालन नहीं करत ह�?
                                                                                ु
                                                                             े
                                                                          हमन पौलस के  उसकी यात्रा
                                                                          के  दौरान िकए गए चम�ारों
                                                                             के  बार म� सुना है।
                                                                                 े
                                                                                  ँ
                                                                          अ�जाितया अब एक
                                                                         प�रवार ह�। उ�� िव�ास म�
                                                                                    े
                                                                          प्रो�ािहत करत रहो -
                                                                          उ�� कम मत समझो!
                                                                              िफर एक और
                                                                              चम�ार �आ
                                                                                 ...
                                            सब मान गए!
                                                                  ु
                                                        े
                                                   एक छोट समूह को, पौलस
                                                   सिहत अ�ािकया भेजा गया
                                                                ं
                                                   जहाँ पत्र को बड़े आनद के
                                                      साथ पढ़ा गया।








                                         �र
                                         े
                                         े प्र
                                               काम
                                             के
                                           तो
                                            ं
                                                   15:22-35

                                        प्र�रतों के  काम 15:22-35                          13 13
   10   11   12   13   14   15   16   17   18   19   20