Page 23 - HINDI_SB55_Acts3
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ु
                                                   मुझे तमको
                                                         ँ
                                                     ू
                                                 मजबती से बाधन  े
                                                  का आदेश िदया
                                                    गया है।
                                                               े
                                                        कोई मेरी जल से
                                                        बहार नहीं िनकल
                                                           सकता!





















                                             हे प्रभु, म  �
                                       तुझम� शरण लेता �ँ;
                                      तेरी स�ाई के  िनिम�
                                          मुझे छु ड़ा!
                                                   े
                                               अपन कान
                                       मेरी ओर लगा; मुझे ज�ी
                                                े
                                                 े
                                          से बचा! मर िलए
                                       शरणस्थान की च�ान बन,
                                              े
                                        मुझे बचान के  िलए एक
                                           �ढ़ गढ़ बन!

















                                गाने की आवाज़?












                                                          कै दी गा रहे ह�?!



                                        प्र�रतों के  काम 16:23-25
                                         े प्रे�रतों के  काम 16:23-25
                                                                                           21 21
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