Page 17 - HINDI_SB37_Prophets3
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     हर जगह
                            रोना होगा।
                            यह मत कहो   यदि सिर्फ
                           प्रभु का दिन यहाँ होता
                         क्योंकि उस दिन सिर्फ अन्धकार
                            और निराशा होगी।
                        यह बिल्कुल वैसा
                      होगा जैसा कि एक मनुष्य
                     का एक शेर के द्वारा पीछा
                     किया जाना  लेकिन तभी एक
                       भालू उसे मिल जाए।
           या एक अंधेरे कमरे में एक आदमी जो
         एक दीवार के सहारे हाँथ रखता है और
         अपना हाथ एक सांप के ऊपर रख देता है।
            वह तुम्हारे लिए एक अंधकार
          भरा और निराशाजनक दिन होगा।
                                                            मैं तुम्हारे धार्मिक उत्सवों
                                                          और सभाओं के पाखण्ड से घृणा    मैं जो देखना चाहता
                                                         करता हूँ। तुम्हारे गीत मेरे कानों में  हूँ वह यह है कि न्याय
                                                           सिर्फ शोर की तरह लगते हैं।    एक शक्तिशाली बाढ़
                                                                              की तरह बहता हो।
                                                                            तुमने रेगिस्तान में मेरे लिए
                                                                          बलिदान चढ़ाए  लेकिन तुम्हारा
                                                                          दिल तुम्हारे बुतपरस्त देवताओं
                                                                          सक्कुथ और केवान के साथ है।
                                                                              मैं दमिश्क से परे उन्हें
                                                                            तुम्हारे साथ बँधुआई में भेज
                                                                            दूँगा  सर्वशक्तिमान प्रभु
                                                                             परमेश्वर कहता है।
                                                                           अश्शूर ने     ई पू  में दमिश्क पर विजय
                                                                       प्राप्त की। और फिर इस्राएल ने     ई पू  में।
                                               आमोस                                        15 15
                                               आमोस
     	
