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या आवश्यकता
है।
जैसा िक म�ने कहा है, म� िसफर् घोषणा करने
वाला �ँ, आने वाले अिधक महान के �लए
रास्ता तैयार कर रहा �ँ!
और देखो, वह आया है! म�ने
उसे देखा है! और तुमने भी
उसे देखा है!
म� तुम्ह� पानी से बपितस्मा दूँगा और जब तुम स्वामी! म�
इस स्थान से जाओगे तब तुम याद एक सैिनक �ँ! िजस मसीहा के िवषय म� तुम बता रहे
करोगे िक यह वही स्थान है जहाँ तुमने अपना हो उसकी तैयारी के �लए मुझे क्या करना
िदल बुराई से हटाकर परमे�र की पिव�ता चािहए?
की ओर लगाया था!
परन्तु जब तुम घर जाओ तो भिवष्य��ा
जैसे आपसे आ�ह करता है वैसा करो!
दीन को दो! िवधवा� और
अनाथ� की रक्षा करो!
एक सैिनक, उह्ह?
तुम्ह� पहले से ही ज्ञात है अपना मन
िक म� तुमसे क्या क�ँगा, नह�? तैयार करो!
पैसे बलपूवर्क मत
लो!
अपने वेतन से
संतु� रहो!
लोग� पर झूठे आरोप
मत लगाओ...
"वह सही था।
म�ने �� पूछा -- "
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