Page 8 - HINDI_SB50_Christ10
P. 8

रब्बी  ये लोग       ये यूनानी हैं         इन्होंने मेरे
              फिलिप्पुस के      ये लोग पर्व में       पास आकर कहा
              पास आए।           आराधना करने           कि हम तुझ से भेंट
                                  आए हैं              करने आए हैं












                 वह समय आ
               गया है कि मनुष्य   तुम जानते हो जब
               के पुत्र की महिमा   तक गेहूँ का दाना भूमि में   परन्तु जब जमीन में   मेरा मन व्याकुल   लेकिन मुझे क्या कहना
                 की जाए     पड़कर मर नहीं जाता    जाकर मर जाता है    होता है जैसे मैं   चाहिए   पिता  मुझे
                           वह अकेला रहता है     तो बहुत फल लाता है।  सोचता हूँ कि क्या   इस समय से बचा
                                                          समय आ रहा है।           नहीं
                                                                                मैं इसी समय
                                                                                के लिए आया
                                                                                  हूँ











                                                                      इसके बजाय
                                                                      मैं कहता हूँ   पिता
                                                                      अपने नाम की
                                                                      महिमा कर
                                  मैंने अपने नाम
                                 की महिमा की है

                                   मैं फिर से
                                  अपने नाम की
                                 महिमा करूँगा










                                                                        क्या वह
                                                                       स्वर्गदूत था
                                                                               बेहूदा बातें
                                                                                मत करो
                                                                               यह गरजन थी
                                                                         लेकिन आसमान
                                                                           तो साफ हैं









                                                                                वह आवाज़
                                                                               तुम्हारे लिए थी


     6 6                                    यूहन्ना
                                            यूहन्ना
   3   4   5   6   7   8   9   10   11   12   13