Page 30 - HINDI_SB08_Exodus
P. 30

वहाँ छावनी में
                युद्ध की ध्वनि है।                                   यह विजय की
                                                                    ध्वनि नहीं है  यह हार
                                                                   की भी ध्वनि नहीं है  यह
                                                                    गाने का आवाज़ है।




















                                                                          मूसा ने उन पथ्थर की पट्टियों को तोड़
                                                                          दिया जिस पर आज्ञाएँ लिखी हुई थी ।













                                   तुमने परमेश्वर की
                                  आज्ञाएं तोड़ दी है













                                             क्या उसने नहीं कहा था की
                                              उसके अलावा किसी को
                                            परमेश्वर करके न मानना। क्या
                                            एक मूर्ती जिसे तुम खुद अपने
                                           हाथों से बना सकते हो वह तुम्हाtरा
                                             सिरजनहार हो सकता है













       मूसा ने उस सोने के बछड़े को जला कर
       बारीक पीस दिया  उसे पानी में मिलाया
         और लोगों को वह पानी पिलाया।



     28 28
                                           निर्गमन
   25   26   27   28   29   30   31   32   33   34   35