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इस्राएल के लोगों से परमेश्वर फिर से क्रोधित हुआ और उनके विरुद्ध दाऊद को उकसाया।
यह जानते हुए कि परमेश्वर नहीं चाहता था कि वे उनकी सेना की गिनती करें। इस्राएल के परमेश्वर पर भरोसा रखने के स्थान पर अपनी गिनती की संख्या पर भरोसा रखने के कारण दाऊद ने यह आज्ञा योआब को दी
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शमूएल
इस्राएल के बारह गोत्रों के पास जाओ और सभी योद्धाओं की गिनती करो कि मुझे पता चले कि वे कितने हैं।
प्रभु तेरे दल को गुना बढ़ाये और इसे देखने के लिए तू जीवित रहे परंतु कृपया ऐसा काम न कर।
योआब ने विरोध किया क्योंकि वह जानता था परमेश्वर ने इसे मना किया है परंतु दाऊद के शब्द योआब के शब्दों पर प्रबल हुए।
योआब को जैसे बोला गया था उसने वैसा ही किया और उसने दाऊद को जानकारी दी कि इस्राएल में योद्धा थे और यहूदा में अन्य थे।
मैंने महापाप किया है।
मैं विनती करता हूँ कि मेरे अपराध को दूर कर। मैंने एक
बड़ी मूर्खता की है।