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परन्तु जैसे ही यिप्तह घर पहुँचा उसकी
एकलौती बेटी दौड़ती हुई उससे मिलने को आई नहीं
आपने यहोवा को
वचन दिया है
मेरी बेटी तूने सभी
पुरुषों में मुझे सबसे ज्यादा
नीच बना दिया है उसने तेरे शत्रु एमोरियों
का पलटा लिया है
क्योंकि मैंने यहोवा को
वचन दिया है जिसे मैं
टाल नहीं सकता
मेरी एक विनती को स्वीकार कर
मेरे लिये यह किया जाए कि दो महीने
तक मुझे छोड़ा जाए कि मैं अपनी सहेलियों
सहित जाकर पहाड़ों पर फिरती हुई
अपने कुँवारीपन पर रोती रहूँ।
इसलिये इस्राएलियों में यह रीति चली कि इस्राएली स्त्रियाँ
प्रतिवर्ष यिप्तह गिलादी की बेटी का यश गाने को वर्ष में चार
दिन तक जाया करती थीं
36 36 न्यायियों