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नहूम
                                                                                       नहूम
         लगभग     ई पू   अश्शूर शहर की राजधानी नीनवे
        के लोगों ने एक सदी बाद  योना के उपदेश पर पश्चाताप
          किया था  लेकिन वे हिंसा  अहंकार और मूर्तिपूजा
                में फिर से लौट गए थे।
             लेकिन परमेश्वर ने उनके लिए एक प्रभावशाली
              सन्देश भेजा  उनका चाल चलन ही उनके दण्ड
                     का आधार होगा।



























                                                      और जिस व्यक्ति के द्वारा उसने
                                                       परमेश्वर ने  बातें की थीं वह
                                                    एक एल्कोश नगर का निवासी नहूम था।






















                                                       ई पू  में इस्राएल को जीते जाने के बाद अश्शूर में ले जाए
                                                   गए यहूदी निर्वासितों में से वह किसी एक की संतान रहा होगा।


        यह भविष्यद्वाणी राजा मनश्शे
        के शासनकाल के दौरान दी गई थी
                         ।
               नहूम  योना की किताब
                की एक अगली कड़ी है।









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