Page 2 - rural development intro
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इस अध्याय में ग्रामीण समाज की संकल्पना पि चचाण की
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गई ह। इसक अनतरिक्त ग्राम, दहात एवं लोक समाज जैस
शब्दों पि भी ववचाि किने क े साथ ग्रामीण एवं शहिी समाजों
क े बीच क े अन्ति, ग्रामीण एवं शहिी समाज की ववशेिताएुँ
एवं उनक बीच संबंध, ग्रामों क े ववववध स्वरूप एवं भाित में
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ककए गए कछ महत्त्वपूणण ग्रामीण अध्ययनों क े बाि में भी
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चचाण की गई ह। साथ ही बहत एवं लघु पिपिाओं एवं इनकी
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ववशेिताओं पि भी प्रकाश डाला गया ह।
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ग्रामीण समाज की संकल्पना
ग्रामीण समुदाय को परिभावित किने का आधाि है
जनसंख्या का आकाि एवं घनत्व | ग्रामीण शब्द को भाित
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में आय क े आधाि पि परिभावित ककया जाता ह। इसक
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अन्तगणत एक गाुँव या गाुँवों का समूह शाममल होता ह।
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