Page 40 - VIDYALAYA MAGZINE 2017 - 18_KVSRC
P. 40
एवह एवह िी े
एदह एदह र्वीि िे
र्वीितािं षर्वधेदह िे ।
भाित्र्य िक्षणार्य
जीर्वनिं प्रदेदह िे ।।
त्र्विं दह मागवदशवकः
त्र्विं दह देशिक्षकः
त्र्विं दह शत्रुनाशकः
कालनागतक्षकः ।।
साहसी सदा भर्वेः
र्वीितािं सदा भजेः
भाितीर्यसिं्क ृ ततिं
मानसे सदा थिेः ।।
पदिं पदिं ममलच्िलेत्
सोत्सहिं मनो भर्वेत्
भाित्र्य गौिर्वार्य
सर्ववदा जर्यो भर्वेत् ।।
एदह एदह र्वीि िे
र्वीितािं षर्वधेदह िे ।
भाित्र्य िक्षणार्य
जीर्वनिं प्रदेदह िे ।।
C Ch ha an nd dr ri im ma a C Ch ha ak kt tr ro ob bo or rt ti i
I IX X - - B B