Page 4 - FINAL EBSB MAGAZINE
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                                                                                                  ं
                                                             ^‘”हम सब ममलकर एक हो जाए,
                                                                                              ं
                                                                  े
                                                                दश को एकजुट करते जाए”
                                                                                            े
                                                                                                    े
                                           भारत में एकता की पहचान को बनाए रखन एव दश को एक सूत्र
                                                                                                 ं
                                                                                   े
                                             में बांधने क मलए ”एक भारत - श्रष्ठ भारत” पवव की पहल की
                                                          े
                                                    ै
                                                                      े
                                             गई ह। इस वर्व हमार ववद्यालय क छात्र-छात्राओ न जबलपुर
                                                                                                     ं
                                                                                                        े
                                                                                     े
                                                                                              ं
                                             सभाग को ददए गए नागालैण्ड राज्य क सबध में उसकी भार्ा,
                                               ं
                                                                                        े
                                                                                            ं
                                                                               े
                                                                                                                     ं
                                           सस्क ृ तत, खान-पान, पहनावा जैस हर पहलू पर अपनी मौमलक एव
                                             ं
                                                 सृजनात्मक क्षमताओ का उत्क ृ ष्ट प्रदशवन  ककया। इसमें
                                                                        ं
                                                                             ं
                                                                                      ं
                                             ववद्यार्थवयों ने ववद्यालय, सक ु ल एव क्षत्रीय स्तर पर ववमभन्न
                                                                                         े
                                                                                              ं
                                              गततववर्धयों में उत्साहपूववक भाग मलया एव पुरूस्कार अर्जवत
                                                                                     े
                                             ककये। यह पत्रत्रका ववद्यार्थवयों को दश व अन्य राज्यों क प्रतत
                                                                                                            े
                                                                                े
                                                                 ै
                                           जुड़ाव को दशावती ह। इस तरह क कायवक्रम बच्चों क मलए अत्यंत
                                                                                                     े
                                              महत्वपूर्व हैं, क्योकक ं  यही बच्चे आन वाल समय में भारत क
                                                                                            े
                                                                                      े
                                                                                                                 े
                                                                                      े
                                                                        े
                                           कर्वधार हैं। इस पत्रत्रका क माध्यम स ववद्यार्थवयों की उत्क ृ ष्टता,
                                           मौमलकता एवं रचनात्मकता तो उभर कर आई ह, साथ ही पत्रत्रका
                                                                                                  ै
                                               में तनदहत जानकाररयों, ववचारों की प्रस्तुती में मशक्षकगर् व
                                             अमभभावकगर् का भी ववशेर् योगदान रहा ह। मैं इन सब की
                                                                                               ै
                                                                   ं
                                                                                                         े
                                                                                                 ं
                                                 सराहना करता ह तथा यह कामना करता ह कक कन्रीय
                                                                                                 ू
                                                                   ू
                                                                                    े
                                                                                                        ं
                                           ववद्यालय वाहन तनमावर्ी जबलपुर क ववद्याथी नयी ऊचाईयों को
                                                   छ ू ते हए अपना और ववद्यालय का नाम रोशन करें।
                                                          ु
                                                                 े
                                                                                                                  े
                                            ‘‘”एक भारत - श्रष्ठ भारत” को हम सब ममलकर आग बढ़ायगें
                                                                                                          े
                                                                       े
                                                                                                  ं
                                                                                                   े
                                                           तभी तो दश में नया बदलाव लाएग|



                                                                                           गुरमीत मसिँह
                                                                                              प्राचायव
                                                                               कन्रीय ववद्यालय वाहन तनमावर्ी
                                                                                 े
                                                                                             जबलपुर
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