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“लिकन परम�र की ओर
से जीवन की �ास उनम �
प्रवेश करती है।”
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“और वे अपन पैरों के
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बल खड़े हो गए।” उ�ोंन कहा था
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यह नहीं हो िक परम�र
�ा- सकता...... ऐसा करेगा...
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“तब उ�ोंन �ग से एक बड़े श� को उनस े “और वे अपन शत्रुओं के देखत �ए बादल पर
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कहत सुना...” सवार होकर �ग पर चढ़ गए।”
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यहा ऊपर
आ जाओ!
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यह असभव है… इसक िलए
कु छ
म� सोच रहा था िक वे ��ीकरण
जो कह रहे थे - होना चािहए।
शायद वह सच है?!
... धम� और अधम�,
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दोनों प्रकार के मर �ए
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लोग जी जाएँ ग...
4 4 प्रकािशतवा� 11:11-12
प्रकािशतवा� 11:11-12