Page 7 - Vigyan Ratnakar July 2021
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बबिलौका िा तडडत
अमिताभ कु िार लाल दास
भयोरे सs द्रदी ओरीय्रन में ल्रिल रहय। र्रगिये उडीदक द्रछल फु लैल्र रखने रहै। कुम्हरकेफयोगडकद्कूसकेनेिलै।म्रय द्रदीये सांि टहल में ल्रिल रहय।घयोगांट फेंट कय छभनसुरके पहर कु म्हररौडी प्ररर ररौद में सुख्रय लेल देल िेल रहै। कगनये क्रल गबिल रहै जे आक्रश मेघरौन कय देलक। द्रदी ब्रजय लिछलह यैह देछखयरौ प्कृ गि के लील्र। दु गदन सs केहन ठ्रह ठ्रह ररौद िलै। आइये ई मेघ बुगनां झहरै लेल िैय्रर िै। देखैिे देखैि क्ररी क्ररी मेघ अन््रर कय देलक। म्रय आांिनक कयोन्र में जल्ी जल्ी बरिन ब्रसन धयोबय लिछलह। द्रदी अांिन्र सs कु म्हररौडी उठबै लेल उिरछलह।िखने चहांओर झक्क इजयोि भय िेल। कक्क्र जयोर सs छचकरैि
िज्तन्र के रूप में महसूस करैि िी। गिद्ुि उत्ज्तन के सांपक्त में आबय ि्रल्र न्रइटट्योजन आओर आक्सीजन र्रस्रयगनकअछभगकय्रकयNO2एिांNO3यरौगिक के गनम्र्तण करैि िैक।मेघ बरसैि क्रल NO2 एिां NO3 िष्र्तजल में गमल ज्रयि अछि।ई िष्र्तजल खेिक म्रगट के उि्तरि्र प्द्रन करैि िैक। खेि में न्रइटट्योजन यरौगिक के प्चुरि्र के क्ररण परौध्र के स्थि गिक्रस एिां भरपूर फसल उत््रदन हयोयि िैक। कृ षक के प्य्रस रहैि िै जे गबजलरौक्र चमकै ि क्रल हयोमय ि्रल्र िष्र्त के प्रगन खेिक म्रगट में अिशयोगषि हयोय। ज्रगह उपकम में कृ षक िि्त मेघ घनिर हयोइिे अपन अपन खेि पर पहांच मेंड के सररय्र लै िैथ। ज्रगह सs िष्र्त भेल्र पर िष्र्तजल खेि में रूगक म्रगट में अिशयोगषि
कहल्रह सब कयोई घर में छभिर आऊ। रगह रगह कय चहांगदश झक्क इजयोि सां ि िज्तन्र के आि्रज हमरयो डरबय ल्रिल। कक्क्र लि बैस छजज््रस्रिश हम पुिछलयैन् ई िेज प्क्रश आ िज्तन्र गकय्रक भय रहल िै।
बबजलौकाप्राकृवतक आपदा नहि बनय, ताहिलेलसामाजजक जागरूकता आिश्यक अथछ
हए । एकर्र लयोि मेघ सs सयोन्र बरसै के सांज््र सेहयो दैि िैक जे गिज््रन सम्ि िै (मिलब धन ध्रन्य के प्चुरि्र)।
गिद्ुि उत्ज्तन बेसी खन ज्रन म्रल के व्य्रपक क्गि पहांचबै िैक। िैं एकर्र दैिीय प्कयोप सेहयो कगह देल ज्रयि िैक। गबजलरौक्र प््रकृगिक आपद्र नही ां बनै ि्रही लेल स्रम्रछजक ज्रिरूकि्र आिश्यक िैक। गबजलरौक्र चमकै ि क्रल
कक्क्र कहय लिल्रह।
बरौआ ई िेज प्क्रश आ िज्तन्र
एक ियोट प््रकृ गिक घटन्र
िैक।एकर्र हम-सब गबजलरौक्र
ि्र िगडि कहै छियैक।एकर
गिज््रन सम्ि व्य्रख््र बिबै िैक जे कृ गष क्रय्त आओर हररय्रली क्रयम र्रखय में एगह घटन्र के अिद्रन महत्वपूण्तिैक।बच््रसबगहकनैगिकछशक््रके गकि्रब में िुरुभक्त आरूणी के कथ्र िै। एगह कथ्र के सां दभ्त गबजलरौक्र के गिज््रन एिां कृ गष क्रय्त में एकर अिद्रन सs िैक।जखन क्ररी क्ररी मेघ आक्रश में भरर ज्रई िै। मेघक गकिु गहस््र में कम ि्रपम्रन के क्ररण जलक बां दू जगम ज्रईि िै । मेघ पर उपस्थिि गिद्ुि आिेश के घष्तण य्र नजदीक आबै सs उच् गिभिकेगिद्ुिउत्ज्तनहयोईििैक।गिद्ुिउत्ज्तन के प्ि्रह मेघ सs धरिी गदश हयोईि िैक।गिभि उच् रहल्रक क्ररण उत्ज्तन के म्रि्त में आबै ि्रल्र हि्र िम्त भय उच् द्रब सांि फ्रगट कय जगड उठै िै।जडैि हि्र हमिीव्रचमककेरूपमेंआओरहि्रफ्रटैकेआि्रज
हम घरक छभिर रही। गबजली के उपकरण आओर स्ीच बयोड्त नही िु बी।जरौ ां फ्रांक में परर ज्रय िs ि्रि िरनहीांरूकी।पैघचरौडमेंफगडज्रयिsदनुुपैरके फरके र्रछख चुक्की म्रली भय बैस ज्रय। प्रगन बुनी सs बचैल्र ित्त्र के उपययोि नही ां करी। जरौ ां ि्रहन में बैसल िी िs कयोनयोां ध्रिु के सिह के नहीां िुबी आओर ि्रहन सs ब्रहर नहीां आबी।
ऊां च ऊां च गबजली आओर मयोब्रइल के ट्रिर, मक्रन, मांगदर, मस्स्जद, चच्त, िुरूद््रर्र इत््रगद के िांबुजपरिगडिच्रलकप्गिष््रगपिकयहमगबजलरौक्र के समय हयोमय ि्रल्र गिद्ुि उत्ज्तन के धरिी में अिशयोगषि कय ज्रन म्रल के क्गि रयोइक सकै ि िी। िैज््रगनक सब ऐही गिद्ुि उत्ज्तन के म्रनि उपययोि में ल्रबय लेल सेहयो प्य्रसरि िैथ।
जुलञाई 2021 7