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िज दगी बेचीयो
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िज दगी बेचीयो वदेशमै
बा य कमाउनु धन थयो
चाहाना पु दो रहेनछ खै
ब न त घरमै मन थयो
ऊनी संगै चखेवा जोडी झ
रमेरै पो ब ने मन थयो
माया गन उनी भ दा पनी
याँहा धन नै ठ ू लो भै दयो
बबशता मा उनको चोखो
माँया छाडेर ह नु पय
भागी ह दा पैसो पछाडी
जबानी कै रंगै झर गयो
वदेशै श रर भए पनी
मन गाऊ घर डु ने गछ
यादले मुट ु जलेको बेला
अ ु धारा नै ब ने गद छ
रहर क लाई ह छ होला
ु
अ जान ठाँउमा प न लाई
गुँड माउ बचेरा छाडेर
ए लै मु लानमा ब न लाई
खाल छन ् र काँहाँ हर
नसि झएको आफ त ह
दश तहार पव आँउदा
खु ची ब छन ् रहरह
बाबुराम प थी "गु मेल "
त घास गु मी