Page 17 - CHETNA JANUARY 2020- FEBRUARY 2020 FINAL_Neat
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पकड़वा दूं ग़र मK यीशु को सुबह न होगी कल क/
तो =या Vमलेगा मुझे तुम से? 8क एक पकड़वा देगा मुझको,
कोई तुम मC से.
तीस 8क=कार चांद है ये
चम चम करते हK Vस=के , उदास हो गये मुखड़े चेल> के
नाम Vमटेगा जग से यीशु का जब यीशु क/ बात सुनी,
यूं तुझसे झटपट )बक के . कहने लगे वे आपस मC
कौन है ऐसा Zनद,यी िजसने,
समय आया तो चेल> ने
ये कट ु _वधा है रची?
पूछा यीशु से
पहले दन अखमीर पब, को,
हाथ डाला है िजसने थाल मC
कहां चाहता है तू, हम सब
करता है वह ये दू_षत काम,
Vमल कर खायC इस
मनुBय का पु* तो जाता ह है
फसह को?
पर भला होता उस
नगर मC जाना फलाने के पास मनुBय का,
िजसका होता न कभी
कहना समय Zनकट है
ये नाम.
गु~ का,
तेरे यहां फसह मनाऊं गा मK
8फर खाने को रोट तोड़ी
8फर खून बहेगा
यीशु ने
यूं पु* मनुBय का. द चेल> को, कहा बदन है
सो चेल> ने आbा मानी ये मेरा
जो तोड़ा जाता है
गये नगर मC, 8कया
तु[हारे Vलये,
फसह तैयार,
_पयो इसी तरह से
8फर सांझ को बैठा
ये दाखरस,
यीशु उनके साथ
खून है जो मेरा, बहेगा अब
तब मानव पु* क ु रबानी क/,
इस पापी जहां के Vलये.
ऐसे चल बयार.
खाना खाते मC सहसा यीशु क/ बात सुन कर चेले
घोर उदास हये,
ु
यीशु बोला
आंख> मC अंधकार
सच सच कहता हं मK तुम से,
ू
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