Page 84 - CHETNA JANUARY 2020- FEBRUARY 2020 FINAL_Neat
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मनन- जनवर 2020
एक यि=त क/ लड़क/ ने चुपचाप अपने लड़के Vम* से कोट, मC जाकर
_ववाह कर Vलया. हांला8क उसक/ लड़क/ ने इस _ववाह से पहले कई बार अपने
मां-बाप को बताया भी था और कहा था 8क वह इस लड़के से अपना _ववाह
करना चाहती है परQतु मां-बाप 8कQह ं कारण> से इस _ववाह के पR मC नह ं थे.
इस _ववाह के बाद वह यि=त काफ/ परेशान और हताश सा रहने लगा. अब
ऐसी दशा मC वह =या करता? सबसे कहने वाल बात भी नह ं थी. सबसे बड़ा
डर बदनामी का था. ले दे कर उसका एक ह Vम* था. सोचा उसे सार घटना
बताकर वह अपना दल ठंडा कर ले, परQतु न जाने =य> वह उस पर भी
_वiवास नह ं कर सका. फल?व~प सार बात अपने मन मC ह Zछपाए वह इसी
दुःख मC दन-रात जलता रहा. जलता रहा और इस गम मC बीमार पड़ा और एक
दन दुZनया से चल बसा.
इसी घटना से स[बिQधत वत,मान युग मC Vम*ता के बारे मC फे सबुक खाते
का भी यान आता है. गूगल पर ढ ू ढनC पर यह बड़ी आसानी से Vमल जाता है.
इसका चलन सन 2004 मC _व|या}थय> को अपने Vम* ढ ू ढने को Vलए शु~ हआ
ु
था. इसका खाता खोलकर आप अपने Vम*> को ढ ू ढ़ सकते हK. उनसे बातC कर
सकते हK, एक-दूसरे के बारे मC सार जानकार ले सकते हK, अपना दुःख-सुख
एक-दूसरे से बाँट सकते हो; ले8कन इन सार बात> के Vलए आपको अनुमZत
तभी आपको Vमलेगी जब 8क, आप ?वयं या 8फर दूसरा खुद आपको अपनी
Vम*ता के Vलए आमं)*त करेगा. बगैर एक-दूसरे क/ अनुमZत के कोई भी आपस
मC Vम* नह ं बन सकता है.
सचमुच मC सoची Vम*ता तो वह होती है जो दल और मन क/ सoची
भावना से होती है. इस Hकार क/ Vम*ता मC कोई भी Vम* अपने Vम* से क ु छ
Zछपाता नह ं है. सब क ु छ अपने बारे मC और अQय बातC उगल कर रख देता है.
दूसरे शद> मC संदेह और गुqत नाम क/ कोई भी व?तु नह ं होती है. इसीVलये
यीशु मसीह ने भी अपने VशBय> को सल ब पर मरने से पहले उQहC अपना दास
न कह कर अपना Vम* कहा था. =य>8क दास को अपने ?वामी के बारे मC नह ं
मालुम होता है 8क उसका ?वामी =या करता है? मगर एक सoचा Vम* अपने
Vम* के बारे मC जानता है 8क वह =या करता है और साथ ह वह उसक/ आbा
पालन भी करेगा. यीशु मसीह ने अपनी इस Vम*ता को अपने चेल> के साथ
क?= Zनभाया था 8क उQह>ने अपनी वे बातC भी जो उQह>ने अपने _पता अथा,त
84 | चेतना प ढ़ये और आगे ब ढ़ये