Page 5 - bhajan book
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भजन न.3
(1) यहोवा जी तेरा यार मल जाये,
िजसे एक बार जीवन म -2
वो बंदे हो नह ं सकते,
कभी लाचार जीवन म -2
(2) नह ं होती िज हे आदत,
गले शकवे सुनाने क -2
क सपने हो गए उनके ,
सभी साकार जीवन म -2
यहोवा जी तेरा यार……….2
(3) सबर संतोष मलता है,
तु हारे पास आने से -2
खजाने भर दय तुमने,
ज़रा व वास लाने से -2
यहोवा जी तेरा यार……….2
(4) मुसीबत आ नह ं सकती,
जहाँ गुणगान ई वर का -2
वो घर ज नत से अ छा है,
जहाँ तेरा बसेरा हो -2
यहोवा जी तेरा यार……….2