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   तू परेशान क्यों है􏰉 वह मैं हूँ जिस पर पलिश्तियों ने हमला करने की कोशिश की थी।
शिमशोन􏰇 महिलाएँ करीबी रिश्ता चाहती हैं। हम चाहती हैं की हमारे पुरुष हमसे उनके भेद बताएँ􏰉 उनके मन के सारे भेद।
हमारा रिश्ता गहरा कैसे हो सकता है जब तू मुझे सच􏰉सच यह नहीं बताता है कि तुझे कैसे बाँधा जा सकता है􏰆
 हे पुरुष􏰉 तू कुछ नहीं जानता है􏰈
  मैं भली􏰉भांति जानता
हँू कि मुझे अपना सिर कन्धों से ऊपर रखना है अर्थात जीवित रहना है।
मैं तुझे अपनी महान बल का रहस्य बताता हँू।
यदि मंै ऐसी नई􏰉नई रस्सियों से जो किसी काम में न आईं हों कसकर बाँधा जाऊँ􏰇 तो मेरा बल घट जाएगा􏰇 और मैं साधारण मनुष्य
के समान हो जाऊँगा।
अगर हमंे नज़दीक आना है तो हमंे आपस मैं सभी बातंे साझा करनी पडें़गी।
अब मेरा मन तेरा है􏰅􏰅􏰅
   अगली सुबह􏰅􏰅􏰅
 आओ प्रेम मंे डूब जाते
हैं􏰇 मैं वास्तव स्वयं को तेरे करीब महसूस करती हँू।
शिमशोन 􏰉 पलिश्ती तेरी घात में हैं􏰈
  न्यायियों 􏰄􏰃􏰂􏰄􏰁􏰉􏰄􏰀
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􏰅􏰅􏰅लेकिन शिमशोन ने रस्सियों को धागे की भाँती तोड़ दिया।

















































































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