Page 12 - HINDI_SB57_Letters1
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                                                     ू
       �ावहा�रक                   िसफ िदखावा न करो िक तुम दसरों से �ार
                                              ु
                                        े
                                                   े
          �
       धािमकता                       करत हो: सचमच उनस �ार करो।
                                        े
                                     अपन काम म� कभी भी आलस न करो,
                                               �
                                              ू
                                     ब�� उ�ाहपवक प्रभु की सेवा करो।
                                                        े
                                       �ेश म� धीरज रखो और हमशा
                                             �
                                          प्राथना म� लग रहो।
                                                  े
                                            े
                                       जब परम�र के  पिवत्र लोगों को
                                                     �
                                      कु छ ज�रत हो, तो उसम उनकी
                                         मदद करन वाल बनो।
                                                े
                                                   े
       इस कारण की तुम
        मसीही हो, यिद
           ु
              े
       कोई त�ार साथ
      बुरा �वहार करता
       है, तो उसे श्राप न
           �
      दो; प्राथना करो िक
           े
        परम�र उसे
         आशीष दे।
                                                                   �
                                                      मु� लोगों की आकषक
                                                       शोभा की ओर जाने की
                                                     कोिशश न करो, ब�� दीन
                                                     लोगों की संगित म� प्रस� रहो।
















                     ु
                े
        ु
       बराई के  बदल कभी बराई न
                 ु
       करो - लोगों को त�ारी स�ाई
         भरा �वहार िदखाई दे।
                                                                          िप्रय िमत्रों, कभी भी बदला
                                                                                      े
         झगड़ा न करो पर िजतना                                              मत लो। उसको परम�र पर
                 े
                      ं
         हो सके  सबक साथ शाित                                              छोड़ दो, क्  योंिक उस ने
                                                                                      े
              से रहो।         Har-                                        कहा है, िक जो उसक यो�
                              Har.                                          होगा, उसका बदला
                                                                                ु
                                                                               चकाएगा।

                                                   े
                                                इसक बजाय, यिद तेरा शत्रु
                                               भूखा है तो उसे खाना �खला।
                                                अगर वह �ासा है तो उसे
                                                               े
                                                 पानी िपला – भलाई करक
                                                   ु
                                                   बराई को जीत ले।
     10 10                                  रोिमयो 12:9-21
                                            रोिमयो 12:9-21
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