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फारसी सा�ाज्य क े शासक, राजा
अतर्क्ष� का शाही भोजन कक्ष।
नहेम्याह, मेरा भरोसेमंद दाखमधु
िपलाने वाला- वह आदमी िजसे
म� अपनी जीवन के �लए भरोसा
करता �ँ।
तू तो रोगी नह� है, िफर
तेरा मुँह क्य� उतरा है?
यह तो मन ही की
उदासी होगी।
राजा सदा जीिवत रहे!
जब वह नगर िजसम� मेरे पुरखा� की कबर� ह�, उजाड़
पड़ा है और उसके फाटक जले �ए ह�, तो मेरा
मुँह क्य� न उतरे?
नहेम्याह 2:1-3 3 3