Page 25 - HINDI_SB62_Revelation3
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 “िफर म�न �ग म� एक और बड़ा और आ�यजनक
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 िच� देखा - सात �गदू त िजनक पास अितम सात
 ं
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 िवपि�या ह�। ये अितम ह� �ोंिक इनक बाद
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 परम�र का क्रोध समा� हो जाता है।”
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 “तब म�न आग से िमल �ए काँच के  समुद्र के  समान
 कु छ देखा, और जो उस पशु, और उसकी मूित�,
 े
 और उसक नाम की छाप पर जयवंत �ए थे, वे
 े
 उसक पास खड़े थे।”














                                                             हे प्रभु, कौन तुझ स  े
                                                                       े
                                                             न डरेगा, और तर  े
                                                             नाम की मिहमा न
 �
 हे सवश��मान प्रभु                                          करेगा? �ोंिक तू ही
                                                             एकमात्र पिवत्र है।
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 परम�र, तर काम महान
 �
 और आ�यजनक ह�!








                              सब रा� � ों के  लोग   े
                                े
                                     े
                                    े
                            आएँ ग और तर सामन
 े
                                    े
                                   �
 हे सार रा� � ों के         द�वत करग, �ोंिक
 े
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                             े
                              े
                                 �
 राजा, तर माग  �            तर धािमक काम प्रगट
 �
 धािमक और स�े                    �ए ह�।
 ह�!

                                                                               े
                                                               “वे काँच के  समुद्र के  िकनार खड़े थे, और
                                                                े
                                                                                    े
                                                              परम�र की दी �ई वीणाओं को पकड़ �ए थे।
                                                                 े
                                                                    े
                                                             उ�ोंन परम�र के  दास मूसा का गीत और मे�े
                                                                       का गीत गाया।”
                                                                             प्रकािशतवा� 15:1-4
                                                                              प्रकािशतवा� 15:1-4
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