Page 34 - HINDI_SB62_Revelation3
P. 34

े
                                                                                                                          ँ
                                                                                                         “तब म� न उस अजगर के  मुह से, और
                                                                                                           उस पशु के  मुँह से, और उस झूठे
                                                                                                         भिव���ा के  मुँह से म�ढक के  समान
                                                                                                              ु
                                                                                                                            े
                                                                                                          तीन द�ा�ाओं को आते �ए दखा।
                                                                                                                      े
                                                                                                                              ँ
                                                                                                                          ु
                                                                                                         �ोंिक वे िच� िदखानवाली द�ा�ाए ह�।
                                                                                                                      े
                                                                                                             �
                                                                                                         वे सवश��मान परम�र के  उस महान
                                                                                                                      े
                                                                                                         िदन की लड़ाई के  िलय उ�� इक�ा करन  े
                                                                                                              े
                                                                                                                े
                                                                                                         के  िलय सार जगत के  राजाओं के  पास
                                                                                                                  जाती ह�।”
















                                                                                                                                                                 V
                      े
                   �
             “छठे  �गदू त न अपना कटोरा फरात महानद पर
               े
            उंडल िदया, और उसका जल सूख गया िक पूव� के
                          े
                               ै
                             �
                 राजाओं के  िलय माग तयार हो।” [1]



                                                                                                                                                                        �
                                                                                                                                                                    देखो, म चोर के  समान आता
                                                                                                                                                                    �ँ! �ा ही ध� है वह, जो
                                                                                                                                                                    जागता रहता है, और अपन  े
                                                                                                                                                                    व� की चौकसी करता है,
                                                                                                                                                                        ं
                                                                                                                                                                    तािक नगा न िफरे और न ही
                                                                                                                                                                       उघाड़ापन िदख। े















                                 े
                          े
      [1] सूखे और �ाय के  कारण पहल से ही इसक
       प्रवाह म� कमी के  साथ, महान नदी फरात पूरी
                           े
                             े
        तरह से शु� हो जाती है - आन वाल पूव�                                                                                                                         े
       संगठन के  राजाओं और सेना को प�ँच प्रदान                                                                                                               “तब उ�ोंन राजाओं को उस स्थान पर इक�ा
                   े
                करन के  िलए।                                                                                                                                िकया जो इब्रानी म� हर-मिगदोन कहलाता है।” [2]
                           ँ
                         े
                                े
       [2] पृ�ी पर छोड़ी गई सारी सनाए य�शलम के  उ�र म� लगभग 60
          मील की दू री पर �स्थत मिग�ो के  मदानों म� एकित्रत होंगी।                                                                                                         प्रकािशतवा�
                               ै
                                                                                                                                                                           प्रकािशतवा� 16:12-16 16:12-16
     32 32
   29   30   31   32   33   34   35   36   37   38