Page 3 - emagzine edition 1
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ये मेरा वतन


                                                                              ये मेरा वतन मेरी जान हैं



                                                                           ये मेरी शान मेरी पहचान हैं


                                                                                                   ये मेरा.....


                                                                   इसकी ममट्टी का मिका मकये हुए



                                                                         सर उठाकर हम जो चलते हैं


                                                            आँख उठाकर कोई अब इसकी तरफ


                                                                            देख ना पाएँ  वादा करते हैं


                                                                             ये मेरा प्राण मेरा ईमान हैं


                                                                                                   ये मेरा.....



                                                                    मदल इसके  मसवा  इस दुमनयाँ में


                                                                      कही लगता नही इन आँखोों ने


                                                             दुमनयाँ देखी सारी मगर इनको कोई



                                                                               जँचता नही ये मेरी आन


                                                                                          मेरा अमिमान हैं


                                                                                                ये मेरा .......





                                                                                       मनषाद वाकु र्डेकर.
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