Page 13 - Sunil
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जानता है) क्योुं, अतः यह तो ठीक वही है जो दू त पववि आत्मा वलये हुए, जीवते पिमेश्वि की ठीक उसी छाप को वलये हुए
आता है। वजसके ववषय में इवफवसयोुं 4:30 में यह कहा गया है, यह पिमेश्वि का ही आत्मा है “वजससे त म पि त म्हािे छ र्कािे
तक के वदन के वलए छाप दी गयी है।” औि वे अब तक क छ नहीुं कि सकते हैं जब तक वक वे यऺूदी लौर्ते हैं। औि क छ
हफ्ते पहले ही उन्ोुंने सािी बातोुं को वगीकृ त वकया था औि यू. एन. में बन गये थे.... वह तैयाि है। हम अुंत पि हैं, अब हि
एक चीज मोहि बुंद है।
62. अब, अब, इस समय यह सावबत किने के वलए वक वे यऺूदी ही हैं, मैं लेने जा िहा ऺू ..... जब तक हम अपने
पिमेश्वि के दासोुं के माथे पि मोहि न कि दें, तब तक पृथ्वी औि सम द्र औि पेडोुं को हावन न पहुाँचाना।
अब, इसे प्रमावणत किने के वलए वक यह प्रकाशन ठीक है, आप इसे देन्डखए, आप चौथा पद देन्डखएः औि वजन पि मोहि दी
गयी, मैंने उनकी वगनती स नी, वक इस्राएल की सन्तानोुं के सब गोिोुं में से एक लाख चवालीस हजाि पि मोहि दी गई।
इस्राएली....वे कहााँ पि हैं? वे ठीक इस समय जमा हो च के हैं। वे वहााँ पि तैयाि हैं, वे उस मोहि वकये जाने के समय की बार्
जोह िहे हैं। यऺूदा के गोि में से बािह हजाि पि मोहि दी गई; .....ऱूबेन के गोि में से बािह हजाि पि ......गाद के गोि में से
बािह हजाि पि। आशेि के गोि में से बािह हजाि पि.....नताली के गोि में से बािह हजाि पि मोहि दी गयी...(इसी प्रकाि से
औि आगे कहा गया है)। शमौन के गोि .....(औि इसी प्रकाि आगे औि आगे कहा गया है)....वबऩॎयामीन....(बािह तो गोि हैं।
औि बािह को बािह हजाि से ग ना किें तो एक लाख चवालीस हजाि होता है। समझे?) अब, यही एक ऐसा है जो....
63. अब, यवद आप इसे बस एक क्षण के वलए 14वें अध्याय में देखें, तो आप यहााँ पि देखते हैं..... वफि मैंने दृवि की,
औि देखो, वह मेमना वसय्योन पहाड पि खडा है, औि उसके साथ एक लाख चवालीस हजाि जन हैं, वजन के माथे पि
उसका औि उसके वपता का नाम वलखा हुआ है। वसय्योन पवटत.....मेमना स्वगट पि उठाये जाने पि वापस लौर्कि आता है,
औि वह वैसे ही वापस लौर्कि आता है जैसावक हमने वकसी दू सिी िावि को इसे वलया था, वक यूस फ ने सािे अऩॎयजावत के
लोगोुं को दू ि हर्ा वदया था जब वह अपने भाइयोुं के पास खडा होकि यह कहता था, “मैं त म्हािा भाई यूस फ ऺूाँ।” औि तब
वे भयभीत हो गये थे। क्या आपको कलीवसयायी काल में वह स्मिण है जहााँ हमने इसका अध्ययन वकया था, जब वह वापस
लौर्ेगा? वजन्ोुंने उसके हाथोुं को बेधा था, उन्ोुंने कहा, त झे कीलोुं के वे घाव कहााँ पि लगे?“ वह बोला, “ मेिे अपने ही वमिोुं
के हाथोुं से।” औि उन्ोुंने शोक-ववलाप वकया। औि हि एक घिाने ने अपने आप को एक दूसिे से अलग वकया, औि वे िोये,
औि िोते िहे, औि िोते िहे, क्योुंवक उन्ोुंने ही इस ब िे काम को वकया था। उनका ही मसीहा, उनका ही अपना पिमेश्वि....
औि वह उन से वबलक ल ठीक वैसा ही कहेगा जैसा वक यूस फ ने इस्राएल से कहा था, उसने कहा था, “अपने आप पि िोध
न किो, क्योुंवक पिमेश्वि ने ही जीवन बचाने के वलए ऐसा वकया था।” औि पिमेश्वि......बाइवबल कहती है, वक पिमेश्वि ने ही
उन यऺूवदयोुं की आाँखोुं को अन्धा वकया था, तावक अऩॎयजावतयोुं को (हम को) एक अवसि वमल सके , वक वह अपने नाम के
वनवमि एक लोग को, अऩॎयजावतयोुं में से अपने वलए एक द ल्हन को च न सके । ओह, यह स न्दि है, क्या यह नहीुं है? आप
ऐसी ही न्डस्थवत में हैं?
64. ये िहे आप के वे एक लाख चवालीस हजाि......अब, यवद आप यह देखना चाहते हैं, वक द ल्हन उसके बाद आती है,
यह वदखाने के वलए वक एक लाख चवालीस हजाि द ल्हन नहीुं हैं, बस आइये हम अब आठवें अध्याय से ही आगे तक प़िना
जािी िखें—जी हााँ, आठवााँ अध्याय...या.. आठवााँ पद..मेिा अवभप्राय सातवें पद से है। आइये हम 9वें पद से ही प़िना आिम्भ
किें, क्योुंवक आठवााँ पद तो वबऩॎयामीन के बािह हजाि पि मोहि वकये जाने का है। इसके बाद मैंने दृवि की, औि देखो, हि
एक जावत, औि क ल, औि लोग, औि भाषा में से एक ऐसी बडी भीड वजसे कोई वगन नहीुं सकता था....(यहााँ द ल्हन आती
है).....श्वेत वस्त् पहने औि अपने हाथोुं में खजूि की डावलयाुं वलए हुए वसुंहासन के साम्हने औि मेमने के साम्हने खडी है। औि
बडे शब्द से प काि कि कहती है, वक उद्धाि के वलए हमािे पिमेश्वि का जो वसुंहासन पि बैठा है, औि मेमने का जयजयकाि
हो। ....औि सािे स्वगटदू त, उस वसुंहासन औि प्राचीनोुं औि चािोुं प्रावणयोुं के चािोुं ओि खडे हैं, वफि वे वसुंहासन के साम्हने
म ुंह के बल वगि पडे; औि पिमेश्वि को दण्डडवत किके कहा, आमीन। हमािे पिमेश्वि की स्त वत,...औि मवहमा,....औि
ज्ञान,....औि धऩॎयवाद,...औि आदि,....औि सामथट,....औि शन्डि य गान य ग बनी िहे। आमीन! इस पि प्राचीनोुं में से एक ने
म झ से कहा; ये श्वेत वस्त् पवहने हुए कौन हैं? औि कहााँ से आये हैं? औि मैंने उस से कहा; हे स्वामी, तू ही जानता है। उसने
म झ से कहा; ये वे हैं, जो उस बडे क्लेश में से वनकलकि आए हैं। इन्ोुंने अपने अपने वस्त् मेमने के लोऺू में धोकि श्वेत वकए
हैं। इसी कािण वे पिमेश्वि के वसुंहासन के साम्हने हैं, औि उसके मन्डन्दि .....में वदन औि िात उसकी सेवा किते
हैं....(समझे?)...
65. आपकी पत्नी क्या किती है? वह घि में आपकी सेवा किती है। आप बैठ जाते हैं, औि वह आपको भोजन पिोसती
है; वह आपके कपडोुं को सही किती है। देन्डखए, वह घि में वदन औि िात आपकी सेवा किती है। समझे? औि जो यह वाली
है, ये जो सािी जावतयोुं में से हैं, अऩॎयजावतयोुं में से हैं, जो वक द ल्हन हैं, वदन औि िात उसके साथ पिमेश्वि के वसुंहासन के
साम्हने िहते हैं। सािे....क्या आपको स्मिण है, वक हम ने गत िावि को इस पि क्या बातचीत की थी? ...औि जो वसुंहासन पि
बैठा है, वह उन के ऊपि अपना तम्बू तानेगा.... (वह जो वसुंहासन पि बैठा है, वह उनके मध्य में वास किेगा।)..... वे वफि