Page 31 - Brahmanya Magazine_Neat
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इसंद हजहम जसंभ पर, बपाड़व स असंभ पर,
रपावन सदसंभ पर रघक ल रपाज
।
प)न वपाररवपा
पर, ससंभ रहतनपा
पर,
ज*सं स
सबपाह पर रपाम हदजरपाज
दपावपा द मदसंड पर, चकीतपा म"गझ संड पर,
भ]षण हवतसंड पर जAस म"गरपाज
।
तज तम असंस पर, कपान हजहम कसं स पर,
त*सं मलच बसंस पर सर हसवरपाज
डपाढकी क रखAयन ककी डपाढकी-सकी र
हत छपातकी,
बपाढकी मरजपाद जस
द ह
संदवपान ककी।
कहढ गई रAयत क मन ककी कसक सब,
हमहट गई ठसक तमपाम तरकपान ककी।
भ]षन भनत हदल्लकीपहत हदल धपाक धपाक,
सहन सहन धपाक हसवरपाज मरदपान ककी।
म*टकी भई चसंडकी हबन च*टकी क चबपाय सकीस,
ख*टकी भई ससंपहत चकतपा क घरपान ककी
सबन क ऊपर
की ठपाढ* रह
ब क ज*ग,
तपाह
खर* हकय* जपाय जपारन क हनयर।
जपाहन गAरहमहसल गसकील गसपा धपारर उर,
ककीन*सं नपा सलपाम न बचन ब*ल हसयर
भ]षन भनत म
पाबकीर बलकन लपाग*,
सपारकी पपातसपा
की क उड़पाय गए हजयर।
तमक त लपाल मख हसवपा क* हनरकख भय*,
सपा
मख न)र¥ग, हसपपा
मख हपयर।
दपारपा ककी न द)र य
, रपार न
कीसं खजब ककी,
बपा¥हधब* न
कीसं
A कA ध)सं मकीर स
वपाल क*।
मठ हवसनपाZ क*, न बपास गपाम ग*क ल क*,
दवकी क* न द
रपा, न मसंहदर ग*पपाल क*।
गपाढ गढ लकीन अर बAरकी कतलपाम ककीन,
ठ)र ठ)र
पाहसल उगपा
त
सपाल क*।
ब]ड़हत
A हदल्लकी स* स¥भपारA क*सं न हदल्लकीपहत,
धपाकपा आहन लपाग) हसवरपाज म
पाकपाल क*
चहकत चकतपा च)संहक च)संहक उठA बपार बपार,
हदल्लकी द
सहत हचतA चपाह
करषहत
A।
हबलकख बदन हबलखत हबजAपर पहत,
हफरत हफरसंहगन ककी नपारकी फरकहत
A
Zर Zर कपा¥पत क तब सपाह
ग*लकसं डपा,
रर
बस भ]प भकीर भरकहत
A।
रपाजपा हसवरपाज क नगपारन ककी धपाक सहन,
क त बपादसपा
न ककी छपातकी धपारकहत
A
हजह
फन फ] तकपार उड़त प
पार भपार,
क] रम कहठन जन कमल हबदहलग*।
हवषजपाल जपालपामखकी लवलकीन
*त हजन,
झपारन हचकपारर मद हदगज उगहलग*
ककीन* हजह
पपान पयपपान स* ज
पान क ल,
क*लह उछहल जलहससंध खलभहलग*।
खग खगरपाज म
पारपाज हसवरपाज ज] क*,
अकखल भजसंग मगलदल हनगहलग*
ससंदभ गसंZ/पसक :
भ]षण गसंZपावलकी (ह
संदकी) - ससंपपादक - आचपाय हवशनपाZ पसपाद हमश
ससंप]ण भ]षण (मरपाठकी) - ल. आर. जकी. कपाट
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