Page 7 - Biennial Report 2018-20 Jun 2021
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आईजीआईबी क अन्य मुख्य शोध� म� माइकोबक्ट�रयम ट्यूबरक्लो�सस क� संक ु ल
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जीव �व�ान को समझना या त्वचा रजकता का आण�वक �वश्लषण या �फर
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उपचारात्मक �वशषता, �वशषतः �त� पर देखा जाना, या पप्टाइड एव ननो पा�टकल
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पर �कया गया शोध िजसमे मुख्यतः अन्तःको�शक�य �वतरण को देखा जाता है, यह
शा�मल है।
इस �रपोट म�, हम अप्रल 2018 से माचर् 2020, दो वष� क� अव�ध क दौरान
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आईजीआईबी क� प्रमुख उपलिब्धय� पर ध्यान क� �द्रत करते ह।
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सावर्ज�नक स्वास्थ्य क �लए जीनो�मक्स पर काम करना जार� रखते हए, इडीजेन
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प�रयोजना क तहत, आईजीआईबी क व�ा�नक जीनोम का अनुक्रमण कर रहे ह और
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उन्ह�, �क्रयाशील उत्प�रवतर्न क �लए खनन कर रहे ह, फामार्कोजेन�टक्स और
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सुधारात्मक उपचार� क �लए ल�य� को भी प्राथ�मकता द� जा रह� है।
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हमारा संस्थान अब एक हज़ार से भी अ�धक भारतीय जीनोम� क अनुक्रमण क पथ
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पर अग्रसर होते हए पथ प्रदशर्क का काम कर रहे ह।एक्सोम सीक्व�संग या ब�हरोम
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अनुक्रमण का उपयोग करके हम जेनोडमार्टाई�टस, दुलर्भ का�डर्यक चैनलोपथी और
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नफ्रो�टक �संड्रोम को आसानी से पहचानन क� को�शश कर रहे ह Iइन अध्ययन� न े
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जीओएमईडी प�रयोजना म� सुधार �कया है िजसका उद्देश्य नदा�नक �वन्यास म�
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कम लागत वाले आनुव�शक �नदान का �वकास करना है। असाध्य रोग� क �नदान क
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�लए मानव जीनोम क� खोज करते समय हमन साथ ह� एक और चय�नत जीन
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