Page 10 - Biennial Report 2018-20 Jun 2021
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अंत म�, आईजीआईबी व�ा�नक� न स�क्रय रूप से देश भर से स्वास्थ्य और पोषण क�
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जानकार� एकत्र करन और �वश्लेषण करन म� योगदान �दया है, जैसे ऊपर से स्वस्थ
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रहन वाले लोग� म� �वटा�मन बी 12 स्तर, फे फड़े का कायर्, वसा संचय और �व�नमय,
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किल्शयम संतुलन और जीट�पी बाध्यकार� प्रोट�न क� भू�मका, माइकोबक्ट��रयम
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जीव �व�ान क तीन पहलू ह िजन पर आईजीआईबी क व�ा�नक स�क्रय रूप से काम
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कर रहे हI इस रोगज़नक़ क� अनूठ� �वशषताए और मजबान सेल क साथ इसक
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लनदेन, रोगज़नक़ से �नपटन क �लए रणनी�तय� क �वकास का मागर्दशर्न करन क
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�लए महत्वपूणर् हI माइकोबक्ट��रयम क अलावा, फगल और बैक्ट��रयल रोगजनक�
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म� उभरती दवा प्र�तरोध क कारण त्वचा क� बीमा�रय� का भी अध्ययन �कया जा रहा
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है।
�मशन मोड प�रयोजनाओं क भीतर, आईजीआईबी म� कई समूह अलग-अलग तर�क�
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से �सकल सेल एनी�मया क� समस्या से �नपटन म� भी शा�मल ह। �सकल सेल रोग
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और ह�मोग्लो�बनोपथी क� ओर ले जान वाले आनुव�शक प�रवतर्न� को ठ�क करन क
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�लए, आण�वक जीव�व�ान, CRISPR और अ�भयां�त्रक िजंक �फगर न्यूिक्लएसेस
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जैसे नवीनतम उपकरण जीन संपादन क �लए आजमाए जा रहे ह।
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