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आगे हम बढ़ते जाएंगे
एक नए कल क और चलते ह
चलो जमाने को बदलते ह ।
सूरज क ु मार
क ा – 9 a
रा िनमाण म नारी का योगदान –
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िकसी भी रा क िवकास और िसि क िलए िकए गए काय , रा िनमा ण क अंतग त
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आते ह । रा िनमाण काय बहद पुनीत काय है । रा क िहत म जो भी काय िकए जाए
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वह कम है । इितहास गवाह है िक रा क िलए बिलदान होने वाले वीर क साथ-साथ
ना रयां भी पीछ नह रही । रा ीय भावनाओं से ओत ोत ना रय क बिलदान क गौरव
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गाथा येक देश क इितहास को गौरवाि वत करती है । भारतीय ना रय ने भी रा ीय
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िवकास और गौरव को बढ़ाने म पु ष का सदैव साथ िदया है । कई े म तो ना रयां
पु ष को भी पीछ छोड़ गई ह । आजादी क समय से लेकर वत मान समय तक समाज व
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रा क नविनमा ण म मिहलाओं ने पु ष क साथ क ं धे से क ं धा िमलाकर सि य
सहभािगता िनभाई है । मिहलाओं क शि को कभी कम नह आंका जा सकता ।
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एवर ट फतह करने से लेकर अंत र म उड़ान भरने वाली व देश क स ा म सरकारी
पद क शोभा बढ़ाती मिहलाओं ने नारी शि का गौरव बढ़ाया है ।
रतश
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