Page 119 - Sanidhya 2025
P. 119
ू
े
े
ू
ं
े
मैॉन्टेसीरी स्कूल बेच्चोों क लिलए �ीवा� की पीहली पीाठशुाला और उ�की शिशु�ा का मै�बेत आधाार होत ह।
े
ं
ं
े
यहा� बेच्चोे खेल-खेल मैं सीीखत ह, आत्मनिवाश्वाासी और सीस्कूार प्राप्त करत ह। कावाा द्वाारा इ� निवाद्याालयों क
े
ं
ु
े
ं
ै
े
सीचााल� हत आवाश्यक सीहयोग एवा आर्थि�क सीहायता प्रदाा� की �ाती ह, जि�सीसीे बेच्चोों क सीमैग्र निवाकासी
ं
ृ
े
क लिलए उत्कृष्ट वाातावारण उपीलब्ध हो सीक।
े
ु
े
े
े
वातभमैा� मैं CRPF क निवाशिर्भन्न ग्रपी कन्द्ों त�ा अन्य स्थाा�ों पीर कल 58 स्थाा�ों पीर मैॉन्टेसीरी निवाद्याालय
ु
े
े
ू
ू
ं
ं
सीचाालिलत हो रहे ह। इ�का उद्देश्य बेल कर्मिमैयों क बेच्चोों को पीवाभ-प्रा�मिमैक स्तर पीर गुणवात्ताापीणभ शिशु�ा
े
े
ं
ै
प्रदाा� कर�ा ह ताहिक उन्हे नि�यमिमैत रूपी सीे कन्द्ीय निवाद्याालयों एवा स्थाा�ीय �ेत्र क अन्य प्रनितनि�त निवाद्याालयों
ं
े
मैं प्रवाशु क लिलए तयार हिकया �ा सीक।
े
ै
े
ै
ं
इ� निवाद्याालयों मैं सीमैय-सीमैय पीर सीांस्कूनितक कायक्रमै, �सीे हिक शिशु�क हिदावासी, गणतत्र हिदावासी, स्वतत्रता
ं
भ
ृ
ं
हिदावासी आयोजि�त हिकए �ात ह, जि��सीे बेच्चोों मैं रचा�ात्मकता, अशिर्भव्यक्ति� और सीामैाजि�कता का निवाकासी
े
होता ह।
ै
े
भ
े
शिशु�क हिदावासी पीर निवाद्याालय क छोोटे-छोोटे बेच्चोों �े रगारग प्रस्तुनितयों और मै�ोर�क खलों सीे कायक्रमै को
े
ं
े
ं
ं
�ीवात बे�ा हिदाया। उ�की मैासीमै मैस्कूा� और उत्सााह �े सीर्भी को आ�हिदात कर हिदाया। यह आयो�� �न्हे ं
ं
ु
ू
ं
ं
बेच्चोों की प्रनितर्भा, उमैग और मैासीूमिमैयत का एक यादागार उत्सावा बे� गया।

