Page 86 - Sanidhya 2025
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कावा अध्योक्षाा तिा कावा की
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सुी०ई०सुी० सुदस्यों द्वाा�ा वसुंत कन्�,
नाई किदल्लीी स्थिस्ित किवशेष आंवश्योकता वालाे बूच्चं
क जिलाए कौशला किवकासु कन्द्र “तमीन्ना-नाई किदशा” तमन्नाा
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(ग� लााभीका�ी सुंगठना) का दौ�ा किकयोा गयोा। योह कन्द्र,
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बूौरिद्वाक रूप सुे किदव्योांग बूच्चं को कौशला प्रजिशक्षाण �सुे
एका
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बूक�ी व ककिकग, किसुलााई व कढ़ा ़ ाई, कम्प्योट� व बूकिसुक
आशा
आंईटी ट ेेकिनांग, पॉट�ी बूनाानाा, कलाा व हस्तजिशल्प �सुे �ो�गा�
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काी निकारंणा
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योोग्यो कौशला सुीखाायो �ाते है। सुाि ही किवशेष जिशक्षाा मीं
स्नाातकोत्त� व्योावसुाकियोक किड़प्लोोमीा कोसुग क�वायोा �ाता
है। सुंगठना की सुंस्िापक ड़ॉ० श्योामीा चोनाा को भीा�त
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मीं किवकलाांगता क क्षाेत्र मीं उंनाक योोगदाना क जिलाए
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पदमी श्रीी, पदमी भीूषण औ� दो �ाष्ट् े ीयो प�स्का�ं सुे
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सुम्मीाकिनात किकयोा गयोा है।

