Page 102 - Sanidhya_2024
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एक संनि�क की अ�कहाी देास्�ा�
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म बस परा सवाारा था अपनाी कामभहिम पहु�ना काो तयारा था।
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मा काा देलाराा था बाप काो बहुत प्यूाराा था,
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अपनाी बीवाी काी जीाना था औरा बच्चोों काी शुाना था,
भाई काा अहिभमाना था औरा ब�नाों काा सम्मााना था,
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याराों काा यारा था औरा गावावाालों काा गमाना था।
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मराा देशु, मराा घरा �ो सबस अच्छीा, सब ख़ुशुी स रा� बस,
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सिंवा�या आ�तीी शामा, ि
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य�ी मरा हिदेल काा एका अरामाना था । पत्नीी हिनाराीक्षाका/ जीीडोी जीहितदेरा कामारा
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सम� काद्री जीम्मा ू
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म बस परा सवाारा था अपनाी कामभहिम पहु�ना काो तयारा था,
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�ल पड़ी मराी बस, उस काड़काती ठाडो स उस कााहिफेल का सग,
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जीो �म महिजील तका पहु�ाना काो तयारा थी,
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म अकाल ना था उस कााहिफेल म मरा साथ बदेा एका �जीारा था,
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लग रा�ी थी सदेी मौसम बड़ा देस्वीारा था,
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बढ़ रा� थ �म अपनाी महिजील काी ओंरा राास्त म प�ाड़ी का ऊपरा माता राानाी काा देराबारा था,
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राोशुनाी ना थी लहिकाना �ो रा�ा माता राानाी काा देीदेारा था,
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सब� हुई तो देखा, �माराा कााहिफेला प�ाड़ों का मजी�ारा था,
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आ रा�ी थी ठाडोी- ठाडोी �वााए, देराया- ए – हि�नााब काा भी उस हिदेना अपनाा उफेाना था,
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म बस परा सवाारा था अपनाी कामभहिम पहु�ना काो तयारा था,
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बढ़ रा� थ �म �ीरा -�ीरा अपना मकााम काी औरा
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राास्ता भी खरााब था, �ो रा�ी थी �ीमी- �ीमी बरासात, प�ाहिड़यों का डो� जीाना काा भी आसारा था,
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�ल पड़ी बात याराों का सग, �रा काोई अपनाी देास्ता सनााना काो तयारा था,
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काोई शुादेी काराका आया था, काोई मा काा इलाजी,
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हिकासी का बच्चो का इन्धि��ाना, काोई परिरावाारा स हिमलना तो हिकासी काा बाप बीमारा था,
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काोई का� आया था, अगली बारा आऊगा तो घरा पराा बनावाा जीाऊगा ,
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तो का� आया था, अपना पा� साल का बच्चो स ड्यूटेी जीा रा�ा हूँ, �
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क्योोंहिका उसका साथी का घरा बटेी का शुभ हिवावाा� काा त्यौ�ारा था ,
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म बस परा सवाारा था अपनाी कामभहिम पहु�ना काो तयारा था,
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अब घरा काी यादे छूटेना लगी थी सामना कादेरात काा नाजीाराा भी बहिमसाल था,
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छूोटे-छूोटे शु�राों औरा का�ों काो पारा कारा, �माराा काारावाा बी� बहिना�ाल था,
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पहु� जीब �म जीवाा�रा सराग, हिजीसकाो बनावााना वााला भी भारात काा एका लाल था,
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बफे स ढोकाी थी प�ाहिड़या , वाो दृश्य भी कामाल था ,
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सराग काी देसराी ओंरा वाादेी-ए- काश्मीीरा काा देीदेारा था,
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स� मानाो य� जीन्नोत �ी � देहिनाया काी, �म सबकाा य�ी हिवा�ारा था,
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पहु� �म कााजीी काडो, सी0आरा0पी0एफे0, टेी0 सी0
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खानाा वा�ा प�ल स तयारा था, भख लगी थी जीोराों स े
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म पटे-भरा खाना काो बकाराारा था,
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�ल पड़ �म एका लम्हे इन्तुजीारा का बादे,