Page 68 - Cornice_Grade 8
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             शता द  प ष स यमोहन जोशी






































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                                                                  ्
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                                                                          ृ
     शता द  प ष स यमोहन जोशी एक महान स क त वद्  न । उनल नपालको
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                                                                                          ्
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     स क तलाई जी वत बनाइ दएका छन । उनको ज म १९७७ साल वशाख २९
     गत  ल लतपर  बख बहालमा  भएको   थयो  ।  उनी  धर  दयाल  र  न    थए  ।
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                                                                                              ु
     उनलाई  नपालको  इ तहास  बद न  मन   थयो  ।  उनलाई  नपाललाई    यात
                                                                                           े
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     बनाउन  थयो । उनल इ तहासबार धर अ ययन गरका  थए । उनल चीन गएर
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      य तबलाको ‘प कड  ोडका  टङ इ   ट यड’मा नपाली पढाए र अर नकोबार                                                   े
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     अनस ान  गर  ।  उनल  काठमाड मा  रा  य  नाचघर,  पाटनमा  पराता  वक
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                                      ु
     बगचा,  तौ लहवामा  पराता  वक  सङ हालय  बनाउन  लगाए  ।  क  तपरमा
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                                                                                                               ु


                                                                                               ृ
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     दगोबा  नामको   यालरी  खोलर   यहा  उनल  ऐ तहा सक  कलाक तह    दशन

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                                                                                         ु
     गन लगाए । शता द  प ष स यमोहन जोशील ६० ओटा प तकह   का शत

     गरका  छन  ।  तीम य  ‘हा ो  लोकस क त’,  ‘नपाली  रा  य  म ा’,  ‘कणाली
                                                                                                 ु
                                                                          े
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                                                                                         े
     लोकस क त’,  ‘ य ज या मा  प हलो  नपाली  म जपालाख’,  ‘नपाली  कलाको
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      परखा’,  नपाली  म तकलाको   वकास म’  आ द    यात  छन  ।  उनल  तीन
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     पटक मदन पर कारस हत   श   प , गोरखा द  णबा , उ  वल क तमान
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                                                                                        ु
     रा द प  पर कार,  भानभ   पर कार,  प  ी  साधना  पर कार  आ द   ा त
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     गरका  छन  ।  उनलाई  काठमाड    व  व ालयल  मानाथ   व ावा र धको
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      माणप   प न   दएको   थयो  ।  २०७७  साल  माघ  २०  गत  उनको  त  बर  र
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     नाममा नपाल सरकारल रा प तबाट जारी ग रएको  दस   पया म यको एक
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