Page 171 - Udaan Trial Book
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नारी का अपमान या स मान
कनोई 11 B
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आजकल व भर म म हलाएँ प ष क कध स क ा मलकर चलती आ रही ह | अलग -अलग म वह
उ त कर रही ह, ःख क बात यह ह क हमार दश म अब भी म हला को प ष जसा स मान नह दत ह |
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एक तरफ तो व म दर म जाकर मा गा क पजा करत ह, तो सरी तरफ अपन घर क ल मी का आदर करना
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भल जात ह |
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आज भी कई गाव म ण ह या क प म बट को पदा होत ही मार दया जाता ह | जस दश म क पना
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चावला जसी मह ी का ज म आ, आज उसी दश म छोट ब य का बला कार कया जाता ह | उसी दश
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म कछ लोग अपनी प नय को मारत – पीटत ह | इस यग म अब भी कछ लोग यह मानत ह क ब टय को
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पढ़ा – लखाकर कोई फ़ायदा नह ह य क उनको च हा चौका ही सभालना ह |
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हमारी सरकार लड़ कय क त हो रह इस अ याय क खलाफ़ कई कदम उठा रही ह जस – “बट पढ़ाओ,
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बट बचाओ” आ दोलन आ द | कई द तर अपनी म हला कमचा रय को प ष कमचा रय क अप ा कम
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वतन दत ह |
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यह बड़ सौभा य क बात ह क लोग म अब जाग कता जग रही ह | व अपनी ब टय को पढ़ाना श कए
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ह य क उ ह न यह महसस कया क एक ब क सही च र नमाण और दश को एक ज मदार नाग रक
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दन क लए लड़ कय का पढना ज़ री ह | लड़ कया श ा ा त कर आ म नभर भी हो रही ह |
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अब सरकार क साथ –साथ लोग को भी चा हए क व लड़ कय क लए एक सर त और खशहाल
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वातावरण दान कर | न त प स हमारा दश ग त क पथ पर अ सर ह पर ना रय क स मान का यान
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रखना थम आव यक काय ह |
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आज हम सभी को एकजट होकर असमानता क जड़ को उखाड़ फकन क ज़ रत ह, तभी यहा एक सदर
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समाज क रचना हो पाएगी |