Page 5 - EK PUSTAK EK DIN
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गोदानमुंशी प्रमचंद का आ खरी उपन्यास माना
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जाता ह ! इस 1936 इश्वी म प्रका शत कया गया था ! इस
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पुस्तक म कल मलकर 36 अध्याय ह ,गोदान एक प्रकार
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का कसान क जीवनी पर संवं धत महाकाव्य ह ! इस
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उपन्यास म मुंशी प्रमचन्द न कशानो को पीड़ा एवं शोषण
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को व्यक्त कय ह , की एक कसान क जीवन म कतना
पीड़ा उठाना पड़ता ह इत्या द !
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