Page 8 - EK PUSTAK EK DIN
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                                           े
        फर  कसी कारन क वजह स भोला न अपनी                                        इस उपन्यास म प्रमचन्द न इन्सान को  गरते
                               े
                                                                                                   ें
                                                                                                      े
                                                                                                                 े
                                      े
                                                               े
       गाय होरी को 80 रुपया क उधारी रकम पर द                                    हए च रत्र को  दखाए ह , की इन्सान एक दुसर
                                                                                                                                       े
                                                                                                           ैं
                                                                                  ु
                                     े
                                                            े
                                                         े
                                                े
       दते ह ! गाय को गोबर न भोला क घर स ल                                      जलते ह ल कन भुगतना पड़ता ह  कसी और को
        े
              ैं
                                                                                             े
                                                                                          ैं
                                                                                                                       ै
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                                                       ु
                                े
       आता ह ! गाय को दखकर सर लोग बहत खुश                                       ! जलन क वजह स  हरा गाय को जहर द दता ह
                ै
                                                                                                                                   े
                                                                                                                                े
                                                                                            े
                                                                                                                                         ै
                                                                                                       े
              ैं
                          े
       होते ह ! होरी न बड़े प्यार स उस गाय का नाम                                और बलारी स भाग जाता ह !
                                         े
                                                                                        े
                                                                                                 े
                                                                                                                 ै
       सुंद रय रखते ह ! गाय को दखन क  लए पूरा
                          ैं
                                               े
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                                          े
       गाव आता ह , ल कन गाय लन की वजह स दो                                      गाय क मर जान होरी और ध नया को बहत दुख
                                            े
                                              े
                      ै
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                                                             े
                                                                                                    े
                                                                                        े
                                                                                                                                 ु
       लोग होरी स जलन लगा था और वो इन्सान थ                      े              होता ह , और उन्ह बहत सर कठ्नैयो का सामना
                      े
                              े
                                                                                                      ें
                                                                                                          ु
                                                                                                                 े
                                                                                        ै
                                                          े
               े
       होरी क भाई ! वो दोनों जलन की वजह स गाय                                   करना पड़ता ह ! इस गाय न उस कजर्जदार बना
                                                                                                                 े
                                                                                                 ै
                                                                                                                      े
                             ैं
       दखन नहीं आते ह !                                                          दया इसी गाय की कारन गोवर और भोला
        े
              े
                                                                                              े
                                                                                                                                  ै
                                                                                                                  े
                                                                                महतो की बटी झु नया का मल हो जाता ह ,
                                                                                  े
                                                                                ल कन झु नया पहल स ही  वधवा थी !
                                                                                                            े
                                                                                                         े
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