Page 86 - केंद्रीय विद्यालय बड़ोपल ई- पत्रिका
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स्वप्न
“A truly amazing doctor is hard to find...and impossible to forget.”
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सपने तो सभी ि े खते हैं पर्र, र्सर् उन्हे ि े खना ही नह ं पर्रा कर्रना भी
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जऱूर्री ह क्योंर्क लक्ष्य बनाने से उसकी प्रार्तत नही होती उसक े र्लए कडी
मेहनत व अर्डग संकल्प चार्हए।
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डॉ अब्दुल कलाम ने भी कहा ह
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"सपने वो नही होते जो हम नींि म ि े खते ह सपने तो वो होते ह जो
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हमे सोने ही न ि े ।"
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ऐसा ही कछ मेर्र े जीवन का लक्ष्य ह। मैं एक डॉक्टर्र बनना चाहती ह ं।
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र्जस प्रकार्र हमार्र े ि े ि म गर्रीबी व बेर्रोजगार्री र्ल र्रही हैं ठीक उसी प्रकार्र
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बीमारर्रयां भी। लोगो को स्वच्छता व प्राथर्मक र्चर्कत्सा क े र्लए जागऱूक
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कर्रना अब जऱूर्री हो गया ह। ' ि टाइम्स ऑर् इंर्डया' की एक रर्रपोट क े
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अनसार्र पता लगा ह र्क हर्र साल भार्रत में औसतन 16 लाख लोगों की
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मृत्य क े वल खर्राब स्वास््य क े कार्रण होती हैं, जो की र्चंताजनक ह। इसी
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आंकडे को कम कर्रना इस ि े ि क े हर्र नागरर्रक की ऱ्िम्मेिार्री व कतिव्य ह,
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डॉक्टर्र बन कर्र मैं अपनी यही ऱ्िम्मेिार्री र्नभाना चाहती ह ं। मैं चाहती ह ं
र्क र्चर्कत्सा क े क्षेत्र म ि े ि इतनी प्रगर्त कर्र े की भर्वष्ट्य म खर्राब स्वास््य
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क े कार्रण र्कसी की मृत्य ना हो। खर्राब स्वास््य का सबसे बडा कार्रण
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आजकल का खानपान ह हम पहले इसे ठीक कर्रने की आवश्यकता ह।
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डॉक्टर्र बनकर्र मैं गर्रीबों क े र्लए एक मफ्त अस्पताल खोलना
चाह ंगी तार्क उनका बेहतर्र इलाज हो सक े । डॉक्टर्र बनकर्र मेर्रा लक्ष्य र्सर्
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पसे कमाना ही नहीं लोगों की सेवा कर्रना भी ह। मैं हर्र गांव में जाकर्र
वहां क े लोगों को स्वास््य का महत्व समझाना चाह ंगी र्जससे वे आपातकाल
क े समय मैं खि की वह ि सर्रों की सहायता कर्र सक। अगर्र लोग स्वस्थ
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र्रहगे तभी ि े ि तर्रक्की कर्र सकता ह ,अंग्रेजी म भी एक कहावत ह -
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" Health is wealth". हनषता , कक्षा नर्ीं
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